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वेदर स्टेशन से अब हर पंद्रह मिनट में होगी मौसम की ब्रॉडकास्टिंग

पीपराकोठी। एक संवाददाता जिलावासियों को अब प्रत्येक पंद्रह मिनट पर मौसम की जानकारी मिलेगी।...

Newswrap हिन्दुस्तान, मोतिहारीThu, 1 April 2021 03:42 AM
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पीपराकोठी। एक संवाददाता

जिलावासियों को अब प्रत्येक पंद्रह मिनट पर मौसम की जानकारी मिलेगी। पीपराकोठी के कृषि विज्ञान केन्द्र में ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन स्थापित हुआ है। जो दो से तीन दिन के अंदर कार्य करना आरंभ कर देगा।यह हाई स्पीड सेंसर से युक्त वेदर स्टेशन है। वेदर स्टेशन करीब 5.50 लाख रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।

हर पंद्रह मिनट पर मौसम की ब्रॉडकास्टिंग

यह वेदर स्टेशन स्वचालित है। वेदर स्टेशन चालू होने पर हर पंद्रह मिनट पर वेदर की जानकारी मिलती रहेगी। मैक्सिमम व मिनिमम टेम्परेचर स्केल पर दिखाता रहेगा। कब वर्षा होगी इसकी पूर्व सूचना वेदर स्टेशन देता रहेगा। आर्द्रता व हवा की गति की सूचना मिलती रहेगी। इसमें लगे सेंसर से मौसम में होनेवाले परिवर्तन की पल-पल की सूचना वेदर स्टेशन से अपडेट होते रहेगा।

भारत मौसम विभाग से रहेगा सीधा संपर्क में

इस स्वचालित वेदर स्टेशन का भारत मौसम विभाग से सीधा संपर्क रहेगा। जो मौसम विभाग के सेटेलाइट से पल-पल की जानकारी देता रहेगा। इसकी सूचना मिलते मौसम विभाग के द्वारा प्रसारित किया जाता रहेगा।

किसानों को होगा लाभ

वेदर स्टेशन स्थापित होने से मौसम संबंधी जानकारी अपडेट होते रहने से किसान अपनी खेती बारी को लेकर अलर्ट रहेंगे। रबी व खरीफ मौसम में होनेवाली खेती के लिए मौसम संबंधी जानकारी किसानों को पहले मिल जाएगी। इससे किसान मौसम आधारित खेती के प्रति ज्यादा सजग रहेंगे।

केविके में स्थापित यह दूसरा वेदर स्टेशन होगा

कृषि विज्ञान केन्द्र पीपराकोठी में पहले से एक वेदर स्टेशन स्थापित है। लेकिन इसकी क्षमता कम है। वहीं दूसरा स्थापित होनेवाला वेदर स्टेशन एडवांस टेक्नोलॉजी पर आधारित है। जो चंद मिनट में मौसम संबंधी सूचना अपडेट कर रिपोर्टिंग करते रहेगा।

केविके से जारी की जाती है मौसम बुलेटिन

केविके से प्रति सप्ताह मंगलवार व शुक्रवार को मौसम बुलेटिन जारी की जाती है। जिसमें मौसम संबंधी जानकारी रहती है। इसके साथ मौसम आधारित खेती की जानकारी प्रसारित की जाती है। रबी या खरीफ मौसम में की गयी खेती बारी के संबंधी में जानकारी किसानों तक पहुंचायी जाती है। इसके लिए केविके के द्वारा एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है जिससे पांच हजार से ज्यादा किसान जुड़े हैं।

कहते हैं अधिकारी

केविके के मौसम वैज्ञानिक डॉ. नेहा पारीक ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र में स्थापित हाई स्पीड ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन अगले दो-तीन दिन में कार्य करना आरम्भ कर देगा। इससे कृषि के क्षेत्र में काफी मदद मिलेगी।

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