Hindi Newsबिहार न्यूज़मोतिहारीVeterinary Services in Motihari District Affected by Resource Shortages

जिले में प्रभार में चल रहे आठ पशु चिकित्सालय

मोतिहारी जिले की पशु चिकित्सा व्यवस्था आवश्यक संसाधनों की कमी के कारण प्रभावित हो गई है। जिले में 46 पशु चिकित्सालय हैं, लेकिन अधिकांश में चिकित्सक और अन्य कर्मचारी नहीं हैं। पशुपालकों को इलाज में...

Newswrap हिन्दुस्तान, मोतिहारीFri, 22 Nov 2024 11:14 PM
share Share

मोतिहारी। आवश्यक संसाधनों की कमी के कारण जिले की पशु चिकित्सा व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। जिसके कारण पशुपालकों की परेशानी बढ़ने लगी है। जिले में कुल 46 पशु चिकित्सालय हैं, जिनमें से 38 पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सक पदस्थापित हैं। जानकारी देते हुए डीएचओ डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि चिकित्सकों की कमी की सूचना बिहार सरकार को दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि पलनवा, नरकटिया, मधुबनी घाट, भोपतपुर, अरेराज,मधुबन, कुण्डवा चैनपुर , शिकारगंज व दरमाहा आदि के पशु चिकित्सालय प्रभार में चल रहे हैं। प्रभार में पशुचिकित्सालयों के चलने से पशुपालकों की परेशानी बढ़ने लगी है। 27 प्रकार के पशु दवाएं उपलब्ध : जिले की पशुओं की चिकित्सा के लिए सभी पशुचिकित्सालयों में 27 प्रकार की दवाओं को उपलब्ध करा दिया गया है। जहां से पशुपालक अपनी बीमार पशु के दवाओं को नि:शुल्क प्राप्त कर सकते हैं। कम्पाउण्डर का नहीं है पदस्थापना : जिला पशुपालन कार्यालय में सिर्फ एक ही कम्पाउण्डर का सीट है। प्रखण्डों में कम्पाउण्डर का एक भी सीट नहीं है। छौड़ादानो । प्रखंड में कुल बाईस हजार पशु हैं। जिनके देखरेख के लिये प्रखंड में दो प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय की स्थापना सरकार द्वारा की गई है। पहला पशु चिकित्सालय प्रखंड मुख्यालय के सामने व दूसरा नरकटिया बाजार पर अवस्थित है। दोनों मवेशी अस्पताल में कर्मचारी की कमी से मवेशी के इलाज में पशुपालकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। पशु चिकित्सालय में मात्र एक डॉक्टर हैं, जिनके जिम्मे नरकटिया बाजार स्थित पशु चिकित्सालय की भी जिम्मेदारी है। नरकटिया में डॉक्टर की कौन कहे कंपाउंडर तथा डाटा एंट्री ऑपरेटर तक नहीं है। वही हाल छौड़ादानो मवेशी अस्पताल का है। यहां एक भी कंपाउंडर नहीं है। छौड़ादानो के दोनों अस्पताल केवल एक डॉक्टर के भरोसे संचालित हो रहा है। डॉ. चंदन कुमार ने बताया कि संसाधन व कर्मियों का अभाव है। जिससे काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है। बावजूद इसके जो भी संसाधन उपलब्ध है उससे बेहतर कार्य करने की कोशिश की जा रही है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें