मोतिहारी में आरटीपीसीआर जांच शुरू
मोतिहारी। नसं सदर अस्पताल स्थित जीएनएम व पारामेडिकल कॉलेज में संचालित आरटीपीसीआर लैब का...
मोतिहारी। नसं
सदर अस्पताल स्थित जीएनएम व पारामेडिकल कॉलेज में संचालित आरटीपीसीआर लैब का निरीक्षण डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने शनिवार रात किया । इस दौरान उन्होंनेआवश्यक तैयारी की समीक्षा की। सिविल सर्जन ने डीएम को बताया कि यूजर आईडी व पासवर्ड सरकार द्वारा प्राप्त हो गया है । रविवार से आरटीपीसीआर जांच शुरू हो जाएगा। डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि सिस्टमैटिक ढंग से लोगों का टेस्ट करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराया जाए। ताकि लोगों को परेशानी न हो। उसके बाद डीएम ने डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर जीएनएम हॉस्टल का निरीक्षण किया । उन्होंने प्रत्येक दिन पेशेंट का फीडबैक लेने का निर्देश दिया। उन्होंने इस सेंटर पर मनोरंजन का साधन के रुप में टीवी, म्यूजिक सिस्टम आदि की व्यवस्था करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। मरीज के परिवार वालों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत कराने के लिए आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिया। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि क्रिटिकल मरीज को रेफर करने के लिए एक मेडिकल टीम का गठन किया जाए ताकि उस मेडिकल टीम के अनुशंसा पर क्रिटिकल पेशेंट को क्रिटिकल वार्ड में शिफ्ट किया जाए । ताकि आईसीयू में रखकर उसका इलाज हो सके। साथ ही जो मरीज ठीक हो जाते हैं उनको छोड़ने के लिए भी एक टीम का गठन किया जाए । इस टीम द्वारा अनुशंसा करने पर हे ठीक हुए पेशेंट को होम क्वारंटाइन में रहने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए छोड़ा जाय। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद सिंह, वरीय उपसमाहत्र्ता सुधीर कुमार सहित स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।
इधर, लंबे समय से लंबित आरटीसीपीआर केंद्र रविवार को चालू कर दिया गया । रविवार को लिए गए कोरोना सैम्पल की जांच यहां से की जाएगी। अब जांच के लिए मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज किट नहीं भेजा जायेगा। जानकारी सीएस ने दी। उन्होंने बताया कि जांच केंद्र चालू होने से इस कोरोना संकट में लाभ मिलेगा। जांच रिपोर्ट जल्द मिलने से इलाज में सुविधा होगी। विदित हो कि कोरोना संक्रमित का या सस्पेक्टेड का आरटीसीपीआर जांच रिपोर्ट लेट से आने के कारण मरीज सहित डाक्टर को भी परेशानी थी। आज के हालत में डाक्टर बगैर जांच का न तो मरीज देख रहे हैं और न ऑपरेशन। डाक्टर आरटीसीपीआर रिपोर्ट पर ही ऑपरेशन कर रहे हैं। मगर इसकी सुविधा मोतिहारी में नहीं होने के कारण जांच मुजफ्फरपुर भेजा जाता था। रिपोर्ट आने में करीब 5 से 7 दिन लग जाते थे। अब यहां सुविधा मिलने से राहत मिली है। आईएमए अध्यक्ष डॉ आशुतोष शरण ने जांच शरू होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है । मगर जांच की कैपिसिटी बढ़ाने की मांग की है ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक मिले।
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