Hindi Newsबिहार न्यूज़मोतिहारीOutbreak of sting bug in Lychee Bagh of Mehsi

मेहसी के लीची बाग में बढ़ा स्टिंग बग का प्रकोप

मोतिहारी। हिन्दुस्तान संवाददाता मेहसी के आस पास के लीची के बाग में स्टिंक बग...

Newswrap हिन्दुस्तान, मोतिहारीMon, 5 April 2021 03:41 AM
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मोतिहारी। हिन्दुस्तान संवाददाता

मेहसी के आस पास के लीची के बाग में स्टिंक बग का प्रकोप पुन: बढ़ गया है। इस कीट पर नियंत्रण को लेकर राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के द्वारा 6 अप्रैल को मेहसी के मिर्जापुर स्थित लीची के बाग में किसान वैज्ञानिक वार्ता का आयोजन किया गया है। जिसमें लीची के स्टिंक बग के अलावा अन्य कीट व बीमारियों को नियंत्रण करने के उपाय बताए जाएंगे।

क्या है स्टिंग बग

स्टिंग बग एक कीट है जो लीची बाग पर आक्रमण करता है। यह कीट आमतौर पर अप्रैल के अंतिम सप्ताह से लीची पर दिखाई देता है। अगस्त के अंतिम सप्ताह के बाद बाग से गायब हो जाता है । लीची की शाही किस्म में मंजर निकलने के समय से मेल खाता है। मंजर निकलने के साथ ही साथ व्यस्कों का संभोग फरवरी के पहले सप्ताह से शुरू होता है। व्यस्कों का झुण्ड लीची के पौधों पर फरवरी के पहले सप्ताह से शुरू होता है, और फरवरी के दूसरे सप्ताह के दौरान अंडे का समूह नवोदित पत्तियों की निचली सतह पर देखा जा सकता है। यह कीट फूल व फल आदि से रस चूसते हैं, जिसके परिणामस्वरूप फूल व फल गिरने लगते हैं।

वर्ष 2018 में पहला केस मेहसी व चकिया में

लीची स्टिंक बग कीट का प्रकोप पहली बार मई 2018 में बड़े पैमाने पर मेहसी व चकिया क्षेत्र के बागों में देखा गया था जिसके कारण लीची की फसल को नुकसान हुआ था। ये कीट लीची की फसल को 80 प्रतिशत से भी अधिक नुकसान पहुंचाते हैं।

स्टिंक बग पर कैसे करें नियंत्रण

कीट पर नियंत्रण के लिए ट्राइजोफास 40 ई.सी. (1.5 मिली) व थियाक्लोप्रिड 21.7 एससी (0.5 मिली) के साथ स्टीकर (0.3 मिली) को प्रति लीटर पानी की दर से घोल तैयार कर छिड़काव करें। ट्राइजोफास 40 ई.सी. (1.5 मिली) व लेम्बडा सायहैलोथ्रिन (1.0 मिली) के साथ स्टीकर (0.3 मिली) को प्रति लीटर पानी की दर से घोल तैयार कर छिड़काव करें। अथवा डायमेथोएट 30 ई.सी. (1.5 मिली) व लेम्बडा-सायहैलोथ्रिन (1.0 मिली) व स्टीकर (0.3 मिली) को प्रति लीटर पानी की दर से घोल तैयार कर छिड़काव करें।

वैज्ञानिकों के मोबाइल नंबर जारी

लीची बाग में लगनेवाले रोग व कीट नियंत्रण की जानकारी के लिए लीची उत्पादक किसानों के लिए राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र मुजफ्फरपुर के द्वारा वैज्ञानिकों का मोबाइल नंबर जारी किया गया है। इसमें डॉ. विनोद कुमार, प्रधान वैज्ञानिक (पौध सुरक्षा) : 9162601559, डॉ. संजय कुमार सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक (फल विज्ञान) : 9546891510 व डॉ. एसडी पाण्डेय, निदेशक 9835274641 का संपर्क नंबर जारी किया गया है।

कहते हैं प्रधान वैज्ञानिक

राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि अनुशंसित दवा का छिड़काव करने से स्टिंग बग पर नियंत्रण किया जा सकता है। किसान विशेष जानकारी के लिए मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

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