प्रेम प्रसंग में हुई थी पिपरा के अजीत कुमार की हत्या
मोतिहारी के विशुनपुरा निवासी अजीत कुमार की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते 44 दिन बाद पुलिस ने उसका शव बरामद किया। हत्या में शामिल मुख्य आरोपी गोलू कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। आरोपित...
मोतिहारी, निसं। पिपरा थाना क्षेत्र के विशुनपुरा निवासी अजीत कुमार की हत्या प्रेमप्रसंग में की गई थी। उसका शव हत्या के 44 दिन बाद शनिवार को पुलिस ने बरामद किया है। अजीत हत्याकांड मामले में पुलिस के समक्ष साजिशकर्ता ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाला आरोपित पिपरा थाना क्षेत्र के महुआवा गांव निवासी विनोद प्रसाद है। उक्त जानकारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने रविवार को दी। उन्होंने बताया कि पूछताछ में विनोद प्रसाद ने कई अहम खुलासा किया है। इसके आधार पर हत्या में शामिल मुख्य बदमाश महुआवा गांव निवासी गोलू कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इसके साथ ही घटना में शामिल अन्य बदमाशों को भी चिंहित किया जा रहा है। शादी तय होने के बाद लगातार दे रहा था धमकी
विनोद प्रसाद ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि उसकी पुत्री की शादी दिसंबर माह में तय किया था। शादी तय होने के बाद अजीत कुमार लगातार फोन कर व ह्वाट्सएप के माध्यम से उसकी पुत्री के जीवन को बर्बाद करने की धमकी देता था। 14 नवंबर को भी उसने कॉल कर उसने धमकी दिया था। इसको लेकर भी उसने कई बार अजीत को समझाया था। लेकिन वह नहीं मान रहा था।
प्रमिका के पिता ने दी थी तीन लाख में हत्या की सुपारी
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पूछताछ के दौरान विनोद प्रसाद ने खुलासा किया है कि 23 नवंबर को वह दिल्ली से अपने घर महुआवा आया था। इस दौरान वह ग्रामीण गोलू कुमार से मिलकर हत्या की साजिश रचा। इसके बाद उसने गोलू को एक लाख रुपए एडवांस भी दिया तथा बाकि का दो लाख रुपए बाद में देने की बात कहा। साजिश के बाद वह वापस 23 नवंबर को ही दिल्ली वापस लौट गया। तब गोलू ने अपने शागिर्दों के साथ मिलकर साजिश के तहत 29 नवंबर को अजीत कुमार को अपने गांव बलवा टोला की तरफ बुलाया। जहां उसकी हत्या कर शव को छुपा दिया।
अजीत के गायब होने पर मां ने दर्ज कराई थी एफआईआर
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अजीत कुमार के गायब होने पर उसकी मां गीता देवी ने पिपरा थाना में एफआईआर के लिए आवेदन दिया था। इसके आधार पर पिपरा थाना कांड संख्या 357/24 दर्ज किया गया था। साथ ही मामले के उद्भेदन के लिए चकिया एसडीपीओ सत्येंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर कांड का खुलासा किया गया। बताया जाता है कि शनिवार को अजीत कुमार का शव पुलिस ने बरामद किया था। रविवार को उसके शव का पोस्टमार्टम मुजफ्फरपुर में कराया गया।
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