इंडो-नेपाल बाॅर्डर क्षेत्र में बढ़ी गश्त
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के कारण भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट है। खुफिया रिपोर्ट के बाद सशस्त्र सीमाबल और बिहार पुलिस ने गश्त तेज कर दी है। सदर अस्पताल की सुरक्षा में कमी आ रही है, जहां बिना...

कुण्डवा चैनपुर। भारत-पाकिस्तान बीच चल रहे तनाव के बाद भारत नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट है। खुफिया रिपोर्ट के बाद से भारत नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमाबल एवं बिहार पुलिस की गश्त तेज हो गयी है। खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद भारत नेपाल की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। बिना नागरिकता के सत्यापन किये किसी को भी सीमा पर करने की अनुमति नहीं है। सशस्त्र सीमाबल के साथ साथ बिहार पुलिस भी चेकिंग अभियान चला रही है। सशस्त्र सीमाबल के डीएसपी दिव्यांश कुमार ने बताया कि एसएसबी 24 घंटे अलर्ट मोड में रहती है। संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर है।हमारे
जवान पैनी नजर रखे हुए हैं। इधर कुण्डवा चैनपुर स्टेशन अधीक्षक अमर जयसवाल ने बताया कि विशेष चौकसी बरती जा रही है। रेलवे लाईन से लेकर स्टेशन तक किसी भी संदिग्ध गतिविधियों पर आरपीएफ द्वारा नजर रखी जा रही है। कुण्डवा चैनपुर थानाध्यक्ष राकेश कुमार राय ने बताया कि भारत नेपाल सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। सदर अस्पताल की सुरक्षा में तैनात गार्ड बिना हथियार के मोतिहारी, नगर संवाददाता। सदर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था निजी सुरक्षा कर्मी के भरोसे चल रहा है। मगर बगैर आर्म्स के निजी सुरक्षा कर्मी सुरक्षा की कमान संभालते हैं। इसके बावजूद सदर अस्पताल परिसर में सुरक्षा में कमी की बात सामने आती रही है। न तो सदर अस्पताल के चारों ओर से चहारदीवारी है और न अस्पताल रोड से मोहल्ला में जाने वाली रोड को बंद किया गया है। नतीजतन कई बार अपराधी भी इसी खुले चहारदीवारी और मोहल्ला में जाने वाले रोड का फायदा उठा कर भाग निकलते हैं। इतना ही नहीं जेल से इलाज के लिए आए बंदी भी कैदी वार्ड से इसी खुला रास्ता से निकलते हैं। बताते हैं कि सदर अस्पताल रोड से मोहल्ले का खुला रास्ता होने के कारण चार पहिया से लेकर दो पहिया वाहन का दिन रात आना जाना भी होता है। इसी रास्ते में पीकू वार्ड, एएनएम स्कूल भी है। रात्रि में पीकू वार्ड की महिला स्टॉफ और एएनएम को देर रात्रि ड्यूटी करने में काफी सहमी रहती हैं। कई बार तो मनचले पीकू वार्ड में महिला स्टॉफ से बदतमीजी भी करते हैं। जिसको लेकर रात्रि गार्ड की भी मांग पीकू वार्ड की महिला स्टॉफ ने डीएस से की है। बताया जाता है कि सदर अस्पताल रोड से लेकर अंदर तक वाहन हॉर्न बजाने पर रोक है। मगर सदर अस्पताल का खुला रास्ता मोहल्ला तक होने से दिन रात वाहन का तेज हॉर्न बजता रहता है। जबकि रोड से सटे पीकू वार्ड , एसएनसीयू वार्ड व आईसीयू वार्ड भी है। यहां हॉर्न बजाने पर बिल्कुल रोक है। अस्पताल सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल की सुरक्षा व चहारदीवारी उठाने के लिए पूर्व के डीएम नर्मदेश्वर लाल व शीर्षत कपिल अशोक ने निर्देश दिया था। मगर उनके तबादला के साथ ही यह निर्देश भी ठंडे बस्ते में पड़ गया। बताते हैं कि इसके अलावा सदर अस्पताल के परिसर में अतिक्रमण को हटाने के लिए सदर अस्पताल के डीएस से सदर एसडीओ को लिखा गया था। इस संबंध ने सीएस डॉक्टर रवि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल की सुरक्षा के लिए चारों ओर से चहारदीवारी तो बहुत ही जरूरी होता है। इसके लिए वे डीएम से बात करेंगे।
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