मात्र एक कमरे में ही पढ़ते हैं वर्ग एक से पांच तक के सैकड़ों बच्चे
अरेराज के राजकीय प्राथमिक विद्यालय ममरखा उर्दू में केवल एक कमरे में कक्षाएं संचालित हो रही हैं। 1947 में स्थापित इस विद्यालय को मात्र तीन धुर भूमि उपलब्ध है। यहां 105 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि...
अरेराज, निसं। शिक्षा विभाग द्वारा सूबे में सरकारी विद्यालयों को पर्याप्त संसाधन उप्लब्ध कराने का दावा करने के बावजूद भी अरेराज का राजकीय प्राथमिक विद्यालय ममरखा उर्दू पर्याप्त कमरा व भवन के अभाव में मात्र एक ही कमरे में संचालित किया जा रहा है। वर्ष1947 का स्थापित इस विद्यालय को मात्र तीन धुर ही भूमि उपलब्ध है। जहां बने मात्र एकही कमरे में वर्ग 01 से 05 तक की कक्षाएं चलती है। एक ही कमरे में दो शिक्षक बैठकर बच्चों को पढ़ाते हैं तो दूसरी ओर उसी कमरे के कोने में कार्यालय भी चलता है। एचएम अजीत कुमार तिवारी ने बताया कि इस उर्दू विद्यालय में कुल 105 बच्चे नामंकित हैं। इस विद्यालय को जब पर्याप्त भूमि ही उपलब्ध नहीं है तो इसकी चहारदिवारी की कल्पना करना ही बेमानी होगी। प्रधान शिक्षक का कहना है कि कई बार प्रयास करने के बाद भी इस विद्यालय के लिए भूमि उपलब्ध नहीं हो पाया है। वहीं, बीपीएम आशीष कुमार ने बताया कि इस विद्यालय के लिए भूमि उपलब्ध कराने को लेकर पहल किया गया है ताकि भूमि उपलब्ध हो सके।
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