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जिले में दो महीनों में टीबी के 70 हजार संदिग्ध मरीजों की हुई जांच

मोतिहारी में टीबी की बीमारी के उन्मूलन के लिए सरकार ने 100 दिन का टीबी जांच अभियान शुरू किया है। यह अभियान 14 दिसंबर से शुरू हुआ है, जिसमें ढाई लाख लोगों की जांच का लक्ष्य है। अब तक 70 हजार लोगों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, मोतिहारीSat, 22 Feb 2025 12:33 AM
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जिले में दो महीनों में टीबी के 70 हजार संदिग्ध मरीजों की हुई जांच

मोतिहारी। जिले से टीबी की बीमारी के उन्मूलन के लिए सरकार ने सौ दिन का टीबी जांच अभियान शुरू किया है। जिला में यह अभियान 14 दिसंबर से शुरू किया गया है। करीब ढाई लाख लोगों का टीबी की जांच का टारगेट रखा गया है। अभी तक करीब 70 हजार लोगों के टीबी की जांच इस अभियान में किया गया है। जिसमें करीब तीन हजार टीबी के मरीज चिन्हित हुए हैं जिनका इलाज शुरू कर दिया गया है। सेंट्रल टीम करेगी समीक्षा: इस अभियान के तहत चल रही जांच में मिले मरीज व उसके इलाज की समीक्षा करने सेंट्रल टीम जिला टीबी अस्पताल में आकर पूरी जानकारी ली। टीम का नेतृत्व डॉक्टर मजहर हुसैन कर रहे हैं। दो दिन तक इसकी समीक्षा चलेगी। टीम गांव गांव जाकर भी समीक्षा करेगी। विभागीय सूत्र के अनुसार इस सौ दिन के टीबी खोज अभियान में मधुमेह रोगी, दारू पीने वाले लोग , साठ साल से अधिक उम्र के लोग ,जिसके घर में किसी को खांसी होती है तो उसके पूरे परिवार के सदस्य , एड्स के रोगी, हेपटाइटिस बी के रोगी सहित कारा में बंद कैदियों की जांच पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है।

विभागीय सूत्र के अनुसार, जिला में टीबी के मरीज की संख्या कम नहीं है। हर साल आठ से नौ हजार के करीब टीबी के मरीज मिल रहे हैं। जबकि जिला में टीबी की जांच का सरकारी स्तर पर रेशियो कम है। क्योंकि टीबी विभाग के पास अपना लैब टेक्नीशियन सभी स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं है।

बताया जाता है कि सरकार ने टीबी उन्मूलन के लिए दोहरी व्यवस्था की है। निजी डॉक्टर के यहां जांच में मिले टीबी के मरीज को भी मुफ्त में दवा दी जाती है और निजी डॉक्टर को भी इस अभियान से जोड़ा है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी टीबी की जांच में मिले मरीज को टीबी अस्पताल से दवा भी मिलती है और कई प्रकार के जांच की भी सुविधा मिलती है। बावजूद जिला में टीबी मरीज की संख्या में कमी नहीं आई है।

चार साल में टीबी के मरीज का आंकड़ा: वर्ष 2022 में सरकारी अस्पताल में जांच में मिला 2359, निजी जांच से आया 4 हजार 90 मरीज। वर्ष 2023 में सरकारी अस्पताल से जांच में 8542 तो निजी जांच से मिले 6288 टीबी के मरीज। वर्ष 2024 में सरकारी अस्पताल में मिले 2378 तो निजी लैब से आये 6934 टीबी के मरीज। इस वर्ष 2025 का आंकड़ा विभाग के पास नहीं है।मगर सौ दिन के अभियान में करीब तीन हजार टीबी के मरीज मिलने की बात बताई जा रही है। जिसमें बच्चे और महिला भी शामिल हैं। इसके अलावा करीब चार सौ एमडीआर के मरीज भी हैं। ये मरीज वैसे हैं जिन्होंने टीबी की दवा का कोर्स बीच में छोड़ दिया था।

इस संबंध में जिला टीबी प्रभारी डॉ. संजीव ने बताया कि टीबी खोज और खोज अभियान तो पहले से चल रहा है। इस बार केंद्र की सरकार ने सौ दिन टीबी खोज के लिए जांच अभियान शुरू कराया है। करीब ढाई से तीन लाख लोगों की जांच करनी है। इसके लिए टीम लगा दी गई है। करीब 67 हजार लोगों की जांच इस अभियान में हुआ है। जिनको टीबी मिला है उनका इलाज शुरू कर दिया गया है। उन्होंने उन सभी लोगों से अपील की है कि जिन्हें खांसी नहीं छूट रही है वे अपना जांच करवा लें क्योंकि यह बीमारी फैलाने वाली होती है। जांच के बाद इलाज से बीमारी ठीक हो जाती है। इसलिए खुद को ठीक करें और परिवार को भी बीमारी से बचाएं।

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