चार रूम में संचालित होंगी प्राइमरी,मिडिल व हाईस्कूल के चौदह कक्षाएं
शिक्षा का औसत बढ़ाने तथा प्रत्येक व्यक्ति तक शिक्षा सुलभ तरीके से पहुंच सके, इसके लिए जिले के 106 माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में नौवीं की पढ़ाई व्यवस्था की गई है। छात्रों को बेहतर सुविधा मिल सके...
शिक्षा का औसत बढ़ाने तथा प्रत्येक व्यक्ति तक शिक्षा सुलभ तरीके से पहुंच सके, इसके लिए जिले के 106 माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में नौवीं की पढ़ाई व्यवस्था की गई है। छात्रों को बेहतर सुविधा मिल सके इसके लिए विभागीय स्तर पर विगत डेढ़ साल से तैयारी चल रही है। चयनित स्कूलों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष, पेयजल, बिजली की उपलब्धता के साथ उपस्कर के लिए दो लाख और स्मार्ट क्लास के लिए 90 हजार की राशि पूर्व में उपलब्ध कराई गई है। बावजूद इसके कई स्कूलों में अब तक मानक के अनुसार सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाया है। बंजरिया प्रखंड के मध्य विद्यालय सिसवनिया का चयन भी नौवीं क्लास पढ़ाई के लिए किया गया है। उक्त विद्यालय में ऑफिस के अलावा मात्र चार क्लास रूम है, जहां पूर्व से मध्य विद्यालय की आठ क्लास के साथ नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सजही टोला के पांच क्लास की पढ़ाई होती है। अब जबकि वर्ग 9 की पढ़ाई भी शुरू होना है, अब तक 31 छात्रों ने दाखिला कराया है। इनके लिए एक रूम में स्मार्ट क्लास होगा। तीन क्लास में करीब एक हजार छात्रों की पढ़ाई होगी। मध्य विद्यालय चैलाहां में भी संसाधन का घोर अभाव है। हालांकि गांव में नौवीं की पढ़ाई शुरू होने से छात्रों में खासा उत्साह है। घर के नजदीक हाईस्कूल खुलने के बाद कई पूर्ववर्ती छात्र भी नामांकन ले रहे हैं। मध्य विद्यालय चैलाहा के एचएम असरारूल हक ने बताया कि अब तक 127 छात्रों का नामांकन हुआ है। इनमें 31 छात्र पूर्ववर्ती हैं। खुशबू खातून और सरिता कुमारी के पिता घर से स्कूल दूर होने तथा दुघर्टना के डर से पढ़ाई छुड़वा दिया था। तो दिव्यांग संदीप के लिए मोतिहारी जाकर पढ़ाई करना मुश्किल था। आठवीं के बाद पढ़ाई छूट गई थी। अब गांव में हाईस्कूल खुलने से आगे पढ़ाई का रास्ता साफ हो गया है। हाईस्कूल शुरू होने से राजकुमार पासवान की बेटी सरिता की आंखों में भी चमक है। अरेराज में अपग्रेडेड माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की स्थायी तौर पर अबतक नियुक्ति नहीं की जा सकी है। अभिभावक इन विद्यालयों में नामांकन कराने से परहेज करने लगे हैं। ढाका में मध्य विद्यालय से हाई स्कूल में अपग्रेड होने के बाद इन स्कूलों में नौवीं कक्षा में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। पंडरी को छोड़ शेष विद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। रामगढ़वा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में अवस्थित छह मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित उच्च विद्यालय कर दिया गया है ,जिसके बाद सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा की लौ दिख रही।
वर्ग कक्ष, उपस्कर व स्मार्ट क्लास तैयार:
मोतिहारी। जिले के 106 माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में नौवीं वर्ग की पढ़ाई के लिए चयनित स्कूलों में उन्नयन बिहार योजना के तहत स्मार्ट क्लास की व्यवस्था भी की गई है। इसके लिए सभी स्कूलों को एलईडी टीवी, इन्वर्टर, बैट्री आदि की खरीदारी के लिए 90 हजार की राशि उपलब्ध कराई गई है। लेकिन अब तक दर्जनोंे स्कूलों में स्मार्ट क्लास आदि स्थापित नहीं किया जा सका। वहीं वर्ग के संचालन के लिए चयनित स्कूलों में पांच स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की तैनाती की जा रही है। इनमें गणित, विज्ञान, समाजिक विज्ञान, हिन्दी और अंग्रेजी विषय के शिक्षक शामिल हैं।
कहते हैं अधिकारी:
डीपीओ प्रह्लाद प्रसाद ने कहा कि वर्ग नौ की पढ़ाई शुरू करने के लिए सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी 106 विद्यालयों को उपस्कर व स्मार्ट क्लास के लिए राशि उपलब्ध करा दी गई है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।