जिले के सभी सरकारी स्कूलों में गठित होगा इको क्लब, परिसर में छाएगी हरियाली
मोतिहारी के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों को इको क्लब 'फॉर मिशन लाइफ' के तहत पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में शामिल किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य बच्चों को पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति जागरूक करना और...

मोतिहारी, एक प्रतिनिधि जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अब सर्फि किताबों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। बिहार शक्षिा परियोजना परिषद, पटना के नर्दिेश पर सभी सरकारी वद्यिालयों में इको क्लब फॉर मिशन लाईफ का गठन किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को पर्यावरणीय गतिविधियों से जोड़ते हुए उन्हें जागरूक और जम्मिेदार नागरिक बनाना है। इस संदर्भ में डीपीओ एसएसए हेमचंद्र ने बताया कि सरकार की यह एक बेहतरीन पहल है। इको क्लब के माध्यम से बच्चे पौधरोपण, जल संरक्षण, कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली जैसी गतिविधियों में हस्सिा लेंगे।
इससे न केवल उनके व्यवहार में परिवर्तन आएगा, बल्कि समाज में भी सकारात्मक संदेश जाएगा। बच्चों व अभिभावकों में पर्यावरण के प्रति प्रेम बढ़ेगा व जागरूकता आएगी। 36 स्कूलों में पौधरोपण का काम शुरू :- डीपीओ ने बताया कि जिले में कुल 3451 प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक वद्यिालय हैं। इन सभी वद्यिालयों में इको क्लब फॉर मिशन लाईफ का गठन किया जाना है। इसको लेकर सभी संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापकों को नर्दिेश दिया गया है। गर्मी की छुट्टी के पहले से स्कूलों में क्लब के गठन का काम चल रहा है। अबतक जिले के 36 वद्यिालयों में पौधरोपण शुरू भी हो चुका है। गर्मी की छुट्टी के पश्चात इस काम में और तेजी आएगी। संबंधित स्कूलों को इको क्लब का गठन करते हुए परिसर में पौधरोपण कर फोटो अपलोड करने व शेयर करने का नर्दिेश दिया गया है। पोर्टल पर स्कूलों का पंजीकरण अनिवार्य :- डीपीओ ने बताया कि शक्षिा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा इसके लिए पोर्टल तैयार किया गया है, जिस पर जिले के सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक वद्यिालयों का पंजीकरण अनिवार्य है। स्कूलों को सप्ताह में एक बार अपनी गतिविधियों का फोटो, रिपोर्ट और वीडियो इस पोर्टल पर अपलोड करना होगा। डीईओ ने बीईओ व स्कूल प्रमुख को दिया नर्दिेश डीपीओ ने बताया कि सभी बीईओ और प्रधानाध्यापकों को इको क्लब गठन को लेकर नर्दिेश दिया गया है। इसको लेकर शक्षिकों व छात्र-छात्राओं में उत्साह है। पोर्टल के उपयोग और गतिविधियों को लेकर शक्षिकों के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन प्रशक्षिण की व्यवस्था की गई है। यह अभियान बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान भी विकसित करेगा। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले के प्रत्येक स्कूल में यह क्लब सक्रिय रूप से कार्य करे और मिशन लाईफ को सफल बनाए। पर्यावरण संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर काम करेगा क्लब :- गुणवत्तापूर्ण स्कूली शक्षिा के साथ-साथ ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देना और परिणामदायक बनाने का कार्य नई शक्षिा नीति के तहत अनिवार्य है। वास्तव में यह क्लब छात्र- छात्राओं, शक्षिकों और समुदाय को एक मंच पर लाने से जुड़ी एक रचनात्मक पहल है। यह क्लब पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विभन्नि महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम करेगा। इको क्लब के माध्यम से छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संबंधी मुद्दों जैसे - जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, जैव विविधता के नुकसान आदि के बारे में जागरूक किया जाएगा। पर्यावरण संरक्षा से संबंधित गतिविधियां बढ़ेगीं :- इको क्लब से जुड़े वद्यिार्थियों को वृक्षारोपण, सफाई अभियान, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी आदि जैसे पर्यावरण संबंधी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इको क्लब छात्र-छात्राओं को अपने स्थानीय पर्यावरण को समझने और उसके महत्व को जानने में मदद करेगा। संबंधित सभी गतिविधियां इको क्लब फॉर लाइफ के पोर्टल पर ऑनलाइन अपलोड की जाएगी। ताकि उनका अवलोकन, मूल्यांकन और नर्दिेशन मंत्रालय द्वारा किया जा सके। इको क्लब में शामिल होंगे 20 सदस्य :- बिहार शक्षिा परियोजना परिषद के निदेशक स्तर से जारी पत्र में बताया गया है कि स्कूल स्तर पर गठित इको क्लब फॉर लाइफ में 20 सदस्यों को शामिल किया जाना है। इनमें से 14 सदस्य संबंधित स्कूल के बाल संसद से चुने जाएंगे। शेष छह सदस्य स्कूल के प्रधानाध्यापक/ प्रधानाध्यापिका की अनुशंसा पर चुने जाएंगे।
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