सावित्री बाई फुले को जयंती पर दी श्रद्धांजलि, किया नमन
मोतिहारी में सावित्रीबाई फुले की 194वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में नई शिक्षा नीति का अभिवंचित वर्ग के बच्चों पर प्रभाव पर चर्चा हुई। राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के महासचिव ने पुष्प अर्पित किए।...
मोतिहारी/मोरवा, हि.टी.। डॉ.आंबेडकर भवन के प्रांगण में बीसीएम की ओर से शुक्रवार को सावित्रीबाई फुले की 194 वीं जयंती मनायी गई। इस दोरान नई शिक्षा नीति का अभिवंचित वर्ग के बच्चों पर प्रभाव विषय पर परिचर्चा हुई । कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के प्रदेश महासचिव सह मानवाधिकार एक्टिविस्ट विद्यानंद राम ने माता सावित्री बाई फुले के चित्र पर पुष्प- अर्पित किया । अध्यक्षता भारतीय च. महासंघ के राष्ट्रीय सह संयोजक पारसनाथ अम्बेडकर डॉ. भीमराव अम्बेडकर विचार मंच बिहार ने की । उधर, मधुबन में माली मालाकार कल्याण समिति के तत्वावधान में आलू गोला रोड में सावित्री फुले को श्रद्धांजलि दी गई। शुक्रवार को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती मनायी गयी। अध्यक्षता संदीप मालाकार ने की। लोगों ने उनके तैल चित्र पर पुष्प व माला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। वक्ताओं ने कहा कि सावित्री बाई फुले ने 1848 में पुणे में बालिकाओं के लिए प्रथम विद्यालय की स्थापना कर स्वयं पढ़ाना शुरू किया। इसी वर्ष उन्होंने किसान स्कूल की स्थापना की थी। उक्त काल में उन्हें समाज की कई यातनाएं झेलनी पड़ी। सावित्री बाई फुले ने पुणे में 1954 में विधवाओं के लिए आश्रम व अनाथ आश्रम खोला। उनका मिशन दलितों को शिक्षित करना, विधवा विवाह करवाना, रूढ़ीवादिता से मुक्ति दिलाना व छूआछूत मिटाना था। उन्होंने महिलाओं के लिए कई कल्याणकारी काम किया। साथ ही दलितों के उत्थान व समाज की कुरीतियों के खिलाफ जो संघर्ष किया। वह अभूतपूर्व व प्रेरणादायक है। मौके पर समिति के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुरेन्द्र भगत मालाकार,अहमद अली,शिव शंकर यादव,वीरेन्द्र ठाकुर,बहारूद्दीन मंसूरी,श्यामबाबू मालाकार,मीर आलम,दीपलाल साह,राज शर्मा दीपक मालाकिार आदि मौजूद थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।