मौर्य एक्सप्रेस का कोच अटेंडेंट या नारकोटिक्स स्मगलर? 12 करोड़ की कोकीन के साथ गिरफ्तार
यह पहला मामला है कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पर किसी भी एजेंसी द्वारा चलती ट्रेन से कोकीन जैसे मादक पदार्थ जब्त किये है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 12 करोड़ रुपए से अधिक आंकी गयी है।
बिहार के मुजफ्फरपुर रेल थाना की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। गुप्त सूचना के आधार 15027 मौर्य एक्सप्रेस के ए-वन कोच से कोकीन व टेट्रा पैक विदेशी शराब बरामद किया है। इसमें ए-वन कोच के अटेंडेंट आरा के तरारी थाना क्षेत्र के बरसी धनगांव के धनंजय कुमार को मौर्य एक्सप्रेस से मुजफ्फरपुर जंक्शन पर गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे शनिवार को सोनपुर स्थित रेल कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पूर्व उसका एक मोबाइल, कोच अटेंडेंट का आइकार्ड रेल पुलिस मुजफ्फरपुर ने जब्त किया है। साथ ही इंस्पेक्टर रंजीत कुमार ने अपने बयान पर मादक अधिनियम के तरह केस भी दर्ज की है। दारोगा जयप्रकाश इसकी जांच करेंगे। बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज पर तफ्तीश करने को लेकर रेल पुलिस के वरीय अधिकारी ने आइओ को निर्देशित किया है। आइओ रेल पुलिस की सर्विलांस टीम के साथ मिलकर लिंकेज के आधार पर तफ्तीश में जुट गये है।
यह पहला मामला है कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पर किसी भी एजेंसी द्वारा चलती ट्रेन से कोकीन जैसे मादक पदार्थ जब्त किये है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 12 करोड़ रुपए से अधिक आंकी गयी है। इससे पूर्व जंक्शन पर सोना, चांदी, गांजा, विदेशी सिगरेट, सुपारी आदि जब्त की जा चुकी है। शराब जब्ती अब पुलिस की नियमित कार्रवाई में शामिल हो चुकी है। इसकी पुष्टि रेल थाना मुजफ्फरपुर के थानेदार इंस्पेक्टर रंजीत कुमार ने इसकी पुष्टि की है। बताया है कि आगे की कार्रवाई जारी है।
देवरिया स्टेशन पर डिलीवरी करना था खेप
पूछताछ में कोच अटेंडेंट धनंजय कुमार ने रेल पुलिस को बताया कि वह करीब ढ़ाई-तीन साल से मौर्य एक्सप्रेस में बतौर कोच अटेंडेंट नौकरी कर रहा है। उसे एक युवक को करीब 25-30 साल का होगा, वह ओडिशा के झारसुगुड़ा स्टेशन पर एक पैकेट में सफेद रंग जैसा एक सामान दिया। जिसके बदले उसे मोटी रकम भी दी। कहा कि उसे छपरा-गोरखपुर रेलखंड के देवरिया सदर स्टेशन पर एक व्यक्ति आएगा। उसे सौंप देना है। उसके बारे में झाड़सुगुडा वाले युवक ने विशेष कुछ नहीं बताया। एक कोड वर्ड दिया। जिससे उसकी वह आसानी से पहचान कर रहें। इसके बाद वह उक्त पैकेट को यात्रियों को देने वाले कंबल-चादर में छिपाकर रख दिया। साथ ही अपने लिए टेट्रा पैक विदेशी शराब भी रख ली। उसे भी उसी में छिपा दिया।
पुलिस को देखकर घबरा गया था धनंजय
पुलिस को धनंजय ने बताया कि वह पहली बार कोकीन जैसे पदार्थ अपने संग ले जा रहा था। जब पुलिस ने उसके कोच की मुजफ्फरपुर जंक्शन पर तलाशी लेने लगी तो वह घबरा गया। पसीने से तर बतर हो गया। जिसे पुलिस ने भांप लिया और उससे सख्ती से पूछताछ करने लगी। जिस पर उसने कोकीन के पैकेट को कंबल-चादर के बीच से निकालकर पुलिस को सौंपा। पुलिस गांजा की खेप को लेकर छापेमारी करने गई थी। लेकिन, छापेमारी में कोकीन मिला।
आरएफएसएल में कराई जाएगी जांच
एक पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि जब्त कोकीन को क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला मुजफ्फरपुर, पटना या कोलकाता से जांच करायी जाएगी। इसके बाद इसके स्ट्रेंथ की पुष्टि होगी और पुलिस की कार्रवाई कोच अटेंडेंट को जेल भेजने के बाद आगे बढ़ सकेगी। अन्यथा यह मामला तब तक लंबित ही रही रहेगा। आरएफएसएल की जांच रिपोर्ट से यह कोकीन साबित होगा। फिर आगे पुलिस द्वारा दर्ज केस मजबूत होगा। इसके अलावा ओडिशा के झारसुगुड़ा स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच रिपोर्ट भी पुलिस के लिए अहम होगी।
मुख्य तस्कर को पकड़ना होगा चुनौती
जानकारों का कहना है कि इस मामले में ओडिशा के झारसुगुड़ा स्टेशन पर कोकीन देने आये युवक और देवरिया सदर स्टेशन पर डिलिवरी लेने आने वाले युवक को पकड़ना रेल पुलिस मुजफ्फरपुर के लिए चुनौती होगी। हालांकि, जेल भेजे गये धनंजय के मोबाइल को पुलिस खंगाल रही है। अब तक उससे ठोस जानकारी रेल पुलिस मुजफ्फरपुर को नहीं मिल सकी है। जिससे यह केस रेल पुलिस मुजफ्फरपुर को सुलझाने में काफी समय लग सकेगा।