किसी का नाम गलत तो कहीं जन्मतिथि में हेराफेरी, मैट्रिक परीक्षा 2025 का डमी एडमिट कार्ड का बुरा हाल
मैट्रिक परीक्षा 2025 के लिए बिहा विद्यालय परीक्षा समिति(बिहार बोर्ड) ने डमी एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। परीक्षार्थियों के डमी एडमिट कार्ड में कई गड़बड़ी सामने आ रही है। किसी का नाम तो किसी की जन्मतिथि में गड़बड़ी है। दर्जनों छात्रों का विषय ही बदल गया है।
मैट्रिक परीक्षा 2025 के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति(बिहार बोर्ड) ने डमी एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। परीक्षार्थियों के डमी एडमिट कार्ड में कई गड़बड़ी सामने आ रही है। किसी का नाम तो किसी की जन्मतिथि में गड़बड़ी है। दर्जनों छात्रों का विषय ही बदल गया है तो दृष्टि दिव्यांग का भी सामान्य परीक्षार्थी वाली सूची में ही एडमिट कार्ड आया है। इससे विद्यार्थी हलकान हैं।
विभिन्न स्कूलों के प्रभारियों ने बताया कि छात्रों की जन्मतिथि में गड़बड़ी है। स्थिति यह कि उसके साक्ष्य के तौर पर आधार से इसमें सुधार नहीं हो रहा। स्कूल में दी गई जन्मतिथि और आधार में अंतर है। ऐसे में इन बच्चों के आधार में भी सुधार करवाया जा रहा है। बोर्ड का निर्देश है कि विद्यालय प्रधान से संपर्क कर विद्यार्थी अपना डमी एडमिट कार्ड ले लें और उसमें अंकित सभी विवरण का मिलान कर लें।
डमी में यदि किसी विद्यार्थी या उनके माता/पिता के नाम की स्पेलिंग, कोटि, लिंग, विषय, जन्म तिथि, फोटो या हस्ताक्षर आदि में कोई त्रुटि हो तो वे डमी एडमिट कार्ड में सुधार कर अपने हस्ताक्षर के साथ एक प्रति विद्यालय प्रधान को उपलब्ध कराएंगे। ऑनलाइन त्रुटि सुधार करने को यह उपलब्ध करा देंगे और दूसरी प्रति पर विद्यालय प्रधान के हस्ताक्षर व मुहर लेकर अपने पास रखेंगे। परीक्षार्थी द्वारा जमा संशोधित डमी के आधार पर विद्यालय प्रधान ऑनलाइन त्रुटि सुधार 5 दिसम्बर तक कर देंगे।
नाम पूरा बदला तो एचएम पर कार्रवाई
बोर्ड ने निर्देश दिया है कि यदि किसी विद्यार्थी का निर्धारित अवधि तक त्रुटि सुधार नहीं किया जाता है तो इसकी पूरी जिम्मेवारी विद्यालय प्रधान, संबंधित विद्यार्थी व उनके अभिभावक की होगी। किसी भी स्थिति में विद्यार्थी या उनके माता-पिता का नाम बदला नहीं जाएगा। ऐसा पाए जाने पर संबंधित विद्यार्थी का आवेदन रद्द करते हुए विद्यालय प्रधान पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दृष्टि बाधित विद्यार्थियों का बदल गया विषय
दृष्टिबाधित विद्यार्थी नियमानुसार गणित के बदले गृह विज्ञान और विज्ञान के बदले संगीत विषय की परीक्षा में शामिल होते हैं। जिले में अलग-अलग स्कूलों में दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के डमी एडमिट कार्ड में विज्ञान व गणित अंकित हो गया है। यही नहीं दर्जनों सामान्य विद्यार्थियों के एडमिट कार्ड में दृष्टिबाधित के अनुरूप विज्ञान के स्थान पर संगीत और गणित की जगह गृह विज्ञान हो गया है