दूध उत्पादकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी
कोरोनाकल में मधवापुर और साहरघाट इलाके के दूध उत्पादकों माली हालत चरमराने से उसकी कई समस्याएं बढ़ गई...
दूध उत्पादकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगी
मधवापुर, एक संवाददाता
कोरोनाकल में मधवापुर और साहरघाट इलाके के दूध उत्पादकों माली हालत चरमराने से उसकी कई समस्याएं बढ़ गई है। वहीं दूसरी ओर दूध उत्पादक किसानों से थोक दूध खरीदने वाले दूधटंकी व्यापारियों की मुशीबत भी उत्पादकों से कम नहीं है। दूध औने—पौने दाम पर बिक रहा है। कोरोना संकट के कारण इसके खरीददारों की संख्या बेहद कम हो गई है। शादियां कम हो रही हैं। ऐसे में दूध की मांग काफी कम हो गई है। मिठाई की दुकानें, होटल, भोज सब बंद है। दूध कच्चा सौदा है। इसलिए रोज नुकसान होने की समस्या बनी है। मधवापुर प्रखंड क्षेत्र में दूध उत्पादकों की संख्या तकरीबन पांच हजार से अधिक है। वहीं दूध उत्पादन की मात्रा 10 हजार लीटर से अधिक है। दुधारू गाय और भैंस की संख्या करीब नौ हजार है। बोकहा के मालिक यादव ने बताया कि दूध की मांग में 60 से 70 फीसदी की गिरावट आई है।
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