अस्पतालों में नहीं हैं स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक
बाबूबरही जिले के सरकारी अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञों की कमी है। केवल सदर और झंझारपुर अस्पताल में विशेषज्ञ हैं। अन्य अस्पतालों में महिला चिकित्सक और नर्सें सामान्य प्रसव कराती हैं, लेकिन जटिल...
बाबूबरही। बाबूबरही प्रखंड सहित जिले भर के उपकेंद्र, एपीएचसी, पीएचसी और सीएचसी दर्जे की सरकारी अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ की काफी कमी है। सिर्फ सदर और झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। हालांकि कुछ अस्पतालों में आयुष महिला चिकित्सक हैं। ऐसे अस्पतालों में सामान्य महिला चिकित्सक व नर्स मिलकर प्रसव तो करा लेती हैं, पर उन अस्पतालों में ज्यादा दिक्कत होती है, जहां न स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं और न सामान्य महिला चिकित्सक। खोजपुर, बरहारा, भटचौरा, रामपुर सहित प्रखंड के किसी भी अस्पतालों में तो महिला चिकित्सक हैं ही नहीं। जिन अस्पतालों में महिला चिकित्सक नहीं हैं, वहां आनेवाली गर्भवती महिलाओं का प्रसव वहां की एएनएम व जीएनएम कराती हैं। तबीयत गंभीर होती है, तब उन्हें सदर अस्पातल या अनुमंडलीय अस्पताल रेफर किया जाता है। सिजेरियन प्रसव भी सिर्फ सदर और अनुमंडलीय अस्पताल में ही हो रहा है।
शेष अस्पतालों के मरीज भी सिजेरियन प्रसव कराने के लिए इन्हीं दोनों अस्पतालों में आना पड़ता है। सीएचसी में रहिकपुर से प्रसव कराने आई सीता देवी ने बताया कि वह एपीएचसी, पीएचसी में जाने के बजाय सीधे एपीएचसी में प्रसव कराने आ गई। वहां लेडी डॉक्टर नहीं हैं।
हर सरकारी अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ की कमी है, जिसके लिए विभाग को पत्र लिखा गया है। सदर अस्पताल व अनुमंडलीय अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा सिजेरियन और सामान्य प्रसव कराया जा रहा है।
-डॉ.शंभूनाथ झा, सिविल सर्जन
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