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क्वारंटाइन सेंटर: सोने को बिछावन नहीं

प्रखंड मुख्यालय के एस के वाई प्लस टू उच्च विद्यालय बरही फुलपरास क्वारंटाइन सेंटर पर विभिन्न प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों को क्वांर्टाइन किया गया है। क्वारंटाइन केंद्र पर प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि...

Newswrap हिन्दुस्तान, मधुबनीFri, 8 May 2020 01:36 PM
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प्रखंड मुख्यालय के एस के वाई प्लस टू उच्च विद्यालय बरही फुलपरास क्वारंटाइन सेंटर पर विभिन्न प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों को क्वांर्टाइन किया गया है। क्वारंटाइन केंद्र पर प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि सभी तरह की सुविधाएं तो मिल रही है। लेकिन सोने के लिए बिछावन व मच्छरदानी अभी तक नहीं दी गई है। इससे बहुत परेशानी होती है। पूरी रात मच्छर काटते हैं। उन लोगों ने बाहर से आने में हुई तकलीफ की चर्चा करते हुए सरकार पर सवाल खड़ा किए। उनलोगों से जब फिर से लॉक डाउन खत्म होने पर बाहर जाने का सवाल पूछा गया तो बताया कि मजबूरी में तो जाना पड़ेगा । बिहार में रहकर परिवार का भरण पोषण नहीं हो सकता है। कोई उद्योग- धंधा नहीं है। बीडीओ अशोक प्रसाद ने बताया कि पिछले दो दिनों से अभी तक दूसरे प्रदेशों से आने वाले 22 श्रमिकों को 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में रखा गया है। सभी प्रकार की जरूरी सुविधा जल्द दी जाएगी। असुविधाओं के कारण यहां आए लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। लोगों ने अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के प्रति भी नाराजगी जाहिर की है। कहा उनकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। व्यवहार ऐसा हो रहा है कि वे गलत हो। क्वारंटाइन सेंटर: सोने को बिछावन नहीं

प्रखंड मुख्यालय के एस के वाई प्लस टू उच्च विद्यालय बरही फुलपरास क्वारंटाइन सेंटर पर विभिन्न प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों को क्वांर्टाइन किया गया है। क्वारंटाइन केंद्र पर प्रवासी श्रमिकों ने बताया कि सभी तरह की सुविधाएं तो मिल रही है। लेकिन सोने के लिए बिछावन व मच्छरदानी अभी तक नहीं दी गई है। इससे बहुत परेशानी होती है। पूरी रात मच्छर काटते हैं। उन लोगों ने बाहर से आने में हुई तकलीफ की चर्चा करते हुए सरकार पर सवाल खड़ा किए। उनलोगों से जब फिर से लॉक डाउन खत्म होने पर बाहर जाने का सवाल पूछा गया तो बताया कि मजबूरी में तो जाना पड़ेगा । बिहार में रहकर परिवार का भरण पोषण नहीं हो सकता है। कोई उद्योग- धंधा नहीं है। बीडीओ अशोक प्रसाद ने बताया कि पिछले दो दिनों से अभी तक दूसरे प्रदेशों से आने वाले 22 श्रमिकों को 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन में रखा गया है। सभी प्रकार की जरूरी सुविधा जल्द दी जाएगी। असुविधाओं के कारण यहां आए लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। लोगों ने अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के प्रति भी नाराजगी जाहिर की है। कहा उनकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। व्यवहार ऐसा हो रहा है कि वे गलत हो।

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