वर्षों से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत नहीं, उपेक्षा का दंश झेल रहा वार्ड-14
मधुबनी नगर निगम के वार्ड-14 में सड़क और नाला निर्माण की अनदेखी के कारण नागरिकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खासकर गोशाला चौक क्षेत्र में जलजमाव और खराब सड़क से यातायात प्रभावित हो रहा है।...
मधुबनी । नगर निगम क्षेत्र के वार्ड-14 में सड़क और नाला निर्माण की अनदेखी के कारण आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर गोशाला चौक क्षेत्र की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। यहां पर सड़क की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि हल्की बारिश में ही जलजमाव हो जाता है। पूरे मानसून लोगों का चलना-फिरना दूभर हो जाता है। गोशाला चौक से होकर तिलक चौक, शंकर चौक और गंगासागर चौक जैसे प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ने वाली यह सड़क शहर की एक महत्वपूर्ण लिंक रोड है। लेकिन इसकी दुर्दशा को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि नगर निगम इस क्षेत्र की अनदेखी कर रहा है।
इस सड़क से रोजाना सैकड़ों लोग आवागमन करते हैं, जिनमें स्कूल जाने वाले बच्चे, दफ्तर जाने वाले कर्मचारी और व्यापारी वर्ग प्रमुख हैं। लेकिन खराब सड़क और जलजमाव के चलते न केवल उनकी यात्रा मुश्किल हो जाती है, बल्कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, लगभग दो वर्ष पूर्व कुछ दूरी तक सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन वह निर्माण भी अधूरा और घटिया सामग्री से किया गया, जिससे वह कुछ महीनों में ही क्षतिग्रस्त हो गया। अब स्थिति यह है कि जगह-जगह गड्ढे बन चुके हैं। बारिश के मौसम में यह गड्ढे जलभराव के कारण दिखाई नहीं देते और वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां बने नाले को सड़क से ऊंचाई पर बना दिया गया है, जिससे बारिश का पानी ठीक से बह नहीं पाता और सारा सड़क पर ही जमा हो जाता है। यह स्थिति न केवल वाहन चालकों के लिए खतरनाक है, बल्कि राहगीरों के लिए भी बेहद असुविधाजनक है। खासकर स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को इस जलजमाव से रोजाना जूझना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। शिकायतों के बावजूद न तो सड़क की मरम्मत शुरू हुई है, न ही नाले की ऊंचाई को सही करने की दिशा में कोई प्रयास हुआ है। ऐसे में नागरिकों में रोष व्याप्त है। इस क्षेत्र के व्यापारी भी सड़क की इस हालत से परेशान हैं। उनका कहना है कि खराब सड़क और जलजमाव के कारण ग्राहक दुकान तक आने से कतराते हैं, जिससे व्यापार पर सीधा असर पड़ रहा है। वहीं, आसपास के घरों में रहने वाले लोगों को गंदे पानी और कीचड़ की वजह से बीमारियों का डर सता रहा है। डेंगू, मलेरिया और अन्य जलजनित बीमारियों का खतरा इस क्षेत्र में मंडरा रहा है। नगर निगम क्षेत्र के वार्ड-14 की उपेक्षित सड़कों और अधूरे निर्माण कार्यों की ओर तत्काल ध्यान दिया जाए। यदि जल्द मरम्मत और निर्माण नहीं किया गया तो संकट गहरा सकता है।
निरंतर सफाई नहीं होने से परेशानी
शहर के वार्ड-14 में सफाई व्यवस्था इन दिनों पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है। नगर निगम की लापरवाही के चलते वार्ड में नियमित सफाई नहीं हो रही है, जिससे गली-मोहल्लों में कूड़ा-कचरा बिखरा पड़ा है। यह स्थिति न सिर्फ देखने में खराब लगती है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन गई है। कई स्थानों पर महीनों से कचरा पसरा है। नगर निगम द्वारा इन्हें उठाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। पानी के बहाव से कचरा सड़कों पर फैल जाता है और गलियों में गंदगी का आलम बना रहता है। इससे मच्छर और मक्खियों की भरमार हो जाती है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बच्चे और बुजुर्ग इस स्थिति से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। गंदगी के कारण कई लोग पहले ही बीमार पड़ चुके हैं, लेकिन नगर निगम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गर्मी में जलसंकट झेलने की विवशता मधुबनी शहर के वार्ड संख्या 14 में रहने वाले लोगों को हर साल गर्मी के मौसम में गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। जैसे ही तापमान बढ़ता है, वैसे ही इलाके का जलस्तर तेजी से गिर जाता है। इसका सीधा असर लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ता है, क्योंकि ज्यादातर घरों में लगे चापाकल या तो सूख जाते हैं या उनमें से पानी निकलना बंद हो जाता है। इस गंभीर स्थिति में लोगों को पीने के पानी के लिए दूर-दराज के इलाकों में भटकना पड़ता है या फिर मार्केट से खरीदकर या फिर दूसरे के घरों से पानी लाना पड़ता है। वार्ड में सरकार की महत्वाकांक्षी "नल-जल योजना" भी पूरी तरह विफल साबित हो रही है। कई जगहों पर अब तक नल जल का काम भी नहीं किया गया हैं और जहां काम किए भी गए हैं, वहां महीनों से जलापूर्ति बंद है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे कई बार अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
-बोले जिम्मेदार-
वार्ड 14 को समस्याओं को दुरुस्त करने को लेकर नगर निगम की ओर से पांच टेंडर की स्वीकृति मिली है। जल्द स्वीकृत योजना पर काम शुरू किया जाएगा। वार्ड की साफ- सफाई की व्यवस्था लगातार बेहतर की जा रही है। सफाई कर्मी के साथ वार्ड में खुद जगह-जगह घूम-घूमकर साफ-सफाई करवाता हूं।
-अरुण कुमार, पार्षद, वार्ड संख्या 14
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।