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इस साल बराज व आरओबी की मिलेगी सौगातइस साल बराज व आरओबी की मिलेगी सौगात

जयनगर अनुमंडल में नए वर्ष में दो महत्वपूर्ण परियोजनाएँ पूरी होंगी। पहली परियोजना कमला नदी पर अत्याधुनिक बराज का निर्माण है, जो बाढ़ से सुरक्षा और सिंचाई सुविधा प्रदान करेगा। दूसरी परियोजना भारत-नेपाल...

Newswrap हिन्दुस्तान, मधुबनीWed, 1 Jan 2025 12:20 AM
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जयनगर,निज प्रतिनिधि। भारत- नेपाल सीमा के सिंहद्वार पर अवस्थित जयनगर अनुमंडल मुख्यालय में नये वर्ष में दो परियोजनाएं पूरी हो जाएगी। इन दोनों परियोजनाओं का अंतराष्ट्रीय व सामरिक महत्व है। पहली योजना कमला नदी पर अत्याधुनिक बराज का है। नेपाल से आने वाले बाढ़ के पानी का पहला दवाब स्थल जयनगर होने के कारण यहां राज्य सरकार द्वारा अत्याधुनिक बराज निर्माण कराया जा रहा है। इससे बाढ़ से सुरक्षा व मधुबनी जिले के आठ प्रखंडों में सिंचाई सुविधा का स्थायी समाधान होगा। दूसरी परियोजना भारत नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत जयनगर जनकपुर रेलखण्ड पर होकर गुजरनेवाली एनएच अकौनहा मौजे में रोड ओवर ब्रिज निर्माण की है। इससे ईस्ट एन्ड वेस्ट केरिडोर कनेक्ट होगा। शहर पर ट्रैफिक लोड कमेगा। 642 करोड़ से बन रहा जयनगर कमला बराज परियोजना: जयनगर अनुमंडल मुख्यालय शहर से सटे पूरब बहने वाली कमला नदी पर जल संसाधन विभाग के द्वारा 642 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक बराज निर्माण का काम नये वर्ष में पूरा होगा। दिसम्बर माह तक काम पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित है। हालांकि विभिन्न वजहों से पूर्व में परियोजना की अवधि विस्तारित की गयी । जयनगर नेपाल से आने वाली पानी का पहला दवाब स्थल होने से बाढ़ के मामले में हमेशा संवेदनशील विंदु रहा है। वर्ष 2019 में बाढ़ का पानी कमला वियर को ओवर टॉप कर गया। इससे इलाके में व्यापक तबाही हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं निरीक्षण कर क्षति का जायजा लिया था। वर्ष 2021 के दिसम्बर माह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जयनगर में कमला बराज परियोजना का कार्यारम्भ किया। कुल 550 मीटर लम्बे बराज के बन जाने से मधुबनी जिले के सात प्रखंडों जयनगर, बासोपट्टी, हरलाखी, कलुआही, खजौली, मधवापुर, बाबूबरही के 29.559 हेक्टेयर जमीन में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। कमला वियर की पुरानी संरचना टूटेगी। लिंक नहर, एप्रोच रोड, डैम, एक छोटा ब्रिज, पूर्व के दोनों डैम का चौड़ीकरण सहित कई काम होंगे। आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों के रिपोर्ट पर बन रहे बराज के फॉलिंग शटर का संचालन मैनुअल नहीं ऑटोमेटेड होगा। गाद प्रबन्धन में भी सहूलियत होगी। निर्माणाधीन कमला बराज परियोजना का लगभग 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। पूरब से पश्चिम दिशा तक बननेवाले चार में से तीन ब्लॉक व दो में से एक सुलिस का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है।

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