जयनगर-दरभंगा रेलखंड को नहीं दी जा रही लंबी दूरी की ट्रेनें
जयनगर -दरभंगा रेलखंड को लंबी दूरी की ट्रेनें नहीं दी जा रही है। ससे रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ने लगी है। सीमावर्ती जयनगर दरभंगा रेलखंड से प्रतिदिन बड़ी संख्या में रेल यात्री सफर करते हैं। लेकिन लंबी...
जयनगर -दरभंगा रेलखंड को लंबी दूरी की ट्रेनें नहीं दी जा रही है। ससे रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ने लगी है। सीमावर्ती जयनगर दरभंगा रेलखंड से प्रतिदिन बड़ी संख्या में रेल यात्री सफर करते हैं। लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनों की संख्या कम रहने से रेल यात्रियों को अभी भी दरभंगा एवं समस्तीपुर स्टेशन जाकर ट्रेनें पकड़नी पड़ रही है। इससे सीमावर्ती क्षेत्र के रेल यात्रियों का समय बर्बाद हो रहा है। जयनगर से कोटा, बंगलुरु, चेन्नई, टाटानगर, राउरकेला, भुवनेश्वर आदि महानगरों के लिए एक भी ट्रेनें नहीं है। जबकि सीमावर्ती क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग इन शहरों में रहते हैं। बड़ी रेल लाइन चालू होने के समय से ही रेल यात्री दरभंगा से खुलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन जयनगर से करने की मांग की है। लेकिन रेल प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कोटा में बड़ी संख्या में जिले के छात्र रहते हैं। टाटानगर के विभिन्न कंपनियों में मिथिलांचल के लोग काम करते हैं। जिन्हें जयनगर से डायरेक्ट ट्रेन नहीं रहने से आने व जाने में परेशानी हो रही है। रेल परामर्शदात्री समिति के पूर्व सदस्य विष्णुदेव भंडारी, सुरेश चन्द्र चौधरी ने बताया कि रेलवे मिथिलांचल की एक बड़ी आबादी के साथ भेदभाव कर रही है। रेलवे को अविलंब जयनगर से कोटा, बंगलुरु, चेन्नई, टाटानगर, राउरकेला, भुवनेश्वर आदि जगहों के लिए ट्रेन सेवा चालू करनी चाहिए। समस्तीपुर रेलमंडल के वरीय वाणिज्य प्रबंधक सरस्वती चन्द्र ने बताया कि जयनगर से फिलहाल ट्रेन बढ़ाने का कोई प्रस्ताव उनकी जानकारी में नहीं है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।