आईसीटी लैब बंद करने पर लगी रोक
मधुबनी जिले की स्कूलों में आईसीटी लैब के संचालन को लेकर उच्च न्यायालय ने विभाग द्वारा दिए गए बंद करने के आदेश पर स्थगन का आदेश दिया है। इससे 1200 स्कूलों में तकनीकी शिक्षा को लेकर बच्चों की चिंता खत्म...
मधुबनी। जिले की स्कूलों में संचालित आईसीटी लैब के संचालन को लेकर एक उम्मीद जगी है। विभाग द्वारा 31 जनवरी के बाद से इन स्कूलों में बीओओ मॉडल के आधार पर संचाचित लैब पर रोक लगाने का आदेश दिया गया था। जिसके खिलाफ उच्च न्यायालय से गुहार लगायी गयी थी। उच्च न्यायालय ने तत्काल विभाग के द्वारा जारी निर्देश पर स्थगन का आदेश दिया है। विभाग द्वारा सभी लैब को बंद करने के निर्देश पर इस आदेश का सीधा असर होगा। हालांकि विभाग ने उच्च न्यायालय को लेकर अभीतक कोई निर्देश जारी नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के स्टेट प्रोजेक्ट निदेशक योगेन्द्र सिंह के द्वारा बीओओ मॉडल के तहत संचालित आईसीटी लैब को 31 जनवरी के बाद बंद करने का फरमान जारी किया गया था। जिससे जिले के सभी ऐसे 12 सौ स्कूलों में अफरातफरी मच गई। बच्चे लगभग एक साल से मिल रही तकनीकी शिक्षा से वंचित होने की आशंका को देखते हुए अपनी नाराजगी जाहिर करने लगे हैं। स्कूलों के प्रतिदिन के होने वाले निरीक्षण के दौरान बच्चे लगातार सवाल पूछ रहे थे। जिससे इन निरीक्षी पदाधिकारियों की भी परेशानी बढ़ गई थी। डीईओ जावेद आलम ने बताया कि विभाग से अभीतक कोई अधिकृत निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। विभागीय निर्देश का अनुपालन कराया जायेगा।
डीईओ को पहल करने का दिया गया था निर्देश
हालांकि राज्य केपरियोजना निदेशक ने अपने निर्देश में बीओओ मॉडल के तहत संचालित आईसीटी लैब को बंद किये जाने के आलोक में उसी अनुपात में बूट मॉडल के तहत आईसीटी लैब की स्थापना के लिए केंद्र सरकार से आवश्यक सहमति प्राप्त करने पर अनुवर्ति कार्रवाई किये जाने की बात कही थी। लेकिन स्पष्ट निर्णय नहीं हो सका था। जिसके खिलाफ एजेंसी उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इन एजेंसियों की मांग है कि सभी स्कूलों में विभाग से तीन साल के हुए करारनामा के आधार पर लाखों रुपए की लागत से कंप्यूटर इंस्टॉल किया गया है। विपरीत निर्णय होने की हालत में भारी नुकसान का सामना करना होगा। वहीं लैब इंस्ट्रक्टरों ने भी इसको लेकर पिछले माह से अपना आंदोलन शुरू किया है। इन्होंंने बताया कि सभी कार्य छोड़कर वे इसमें काम कर रहे हैं। साल भर से बिना कोई राशि मिले काम कर रहे हैं। हालांकि विभाग ने इन सभी इंस्ट्रक्टर व कंप्यूटर के किराये मद में राशि भुगतान करने के लिए राशि आवंटित कर दिया है।
लैब बंद होने से ऑनलाइन कार्य होगा प्रभावित
अभी सभी स्कूलों में प्रतिदिन ऑनलाइन का काम किया जा रहा है। बच्चों की उपस्थिति, ई शिक्षा कोष पर विभिन्न डाटा को अपडेट किया जाना और विभागीय विभिन्न दिशा निर्देश की जानकारी लेना और उसके अनुसार डाटा व आवेदन अपलोड करने का काम किया जा रहा है। आईसीटी लैब के बंद होने की हालत में स्कूलों में ऑनलाइन हो रहे कार्यो पर भी ब्रेक लग जायेगा।
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