मौत मामले में 14 दिन बाद भी दर्ज नहीं हुई एफआईआर
रहिका थाना क्षेत्र के इजरा गांव की समीना खातून की मौत मामले में 14 दिन बाद भी एफआईआर नहीं हुई है। परिजन मधुबनी नगर थाना एवं रहिका थाना से लेकर दरभंगा सदर थाना में एफआईआर के लिए चक्कर लगा रहे हैं। हर...
रहिका थाना क्षेत्र के इजरा गांव की समीना खातून की मौत मामले में 14 दिन बाद भी एफआईआर नहीं हुई है। परिजन मधुबनी नगर थाना एवं रहिका थाना से लेकर दरभंगा सदर थाना में एफआईआर के लिए चक्कर लगा रहे हैं। हर जगह उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। एक थाना के पुलिस ऑफिसर दूसरे थाना के पुलिस ऑफिसर को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। 27 मई 2020 को मधुबनी सदर अस्पताल में समीना खातून के शव के पास नगर पुलिस को दिए बयान में कोतवाली चौक के मो. जाबिर ने इजरा गांव के विनोद राम व उसके साथियों पर जानलेवा हमले कर हत्या करने का आरोप लगाया था। उसने पुलिस को बताया कि 24 मई 2020 को समीना खातून की बच्ची का शादी की नीयत से गांव के ही एक व्यक्ति ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपहरण कर लिया था। इसकी शिकायत रहिका थाना में की गई थी। खोजबीन के दौरान 27 मई को जानकारी मिली कि बच्ची दरभंगा में है। सूचना मिलते ही वे समीना खातून को बाइक पर लेकर दरभंगा के लिए रवाना हो गए। गौशाघाट के पास पहुंचे तो विनोद राम अपने साथियों के साथ मिलकर समीना पर जानलेवा हमले कर दिए। सिर फटने से उसकी मौत हो गई।
बोले थानेदार
नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने बताया कि मृतिका समीना खातून के रिश्तेदार मो. जावेद का बयान कार्रवाई के लिए रहिका थानाध्यक्ष को भेज दिया गया। वहीं रहिका थानाध्यक्ष नंदकिशोर साहनी ने बुधवार सुबह बताया कि घटनास्थल दरभंगा सदर थाना क्षेत्र का है। मो. जाबिर का बयान दरभंगा सदर थानाध्यक्ष को प्रेषित की गई है। जबकि दरभंगा सदर थानाध्यक्ष ने बताया कि गौशाघाट में मारपीट की घटना के संबंध में उन्हें किसी भी माध्यम से कोई जानकारी नहीं मिली है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।