जयनगर से जल्द दौड़ेंगे इलेक्ट्रिक इंजन
जयनगर-दरभंगा रेलखंड पर रेल विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद उसे फाइनल टच दिया जा रहा है। इसके लिए मोबाइल ट्रेन मधुबनी पहुंची है। इस मोबाइल ट्रेन में रेल विद्युतीकरण को अंतिम रूप देने के लिए सभी...
जयनगर-दरभंगा रेलखंड पर रेल विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद उसे फाइनल टच दिया जा रहा है। इसके लिए मोबाइल ट्रेन मधुबनी पहुंची है। इस मोबाइल ट्रेन में रेल विद्युतीकरण को अंतिम रूप देने के लिए सभी उपकरण उपलब्ध हैं।
जयनगर रेलखंड के विद्युतीकरण का मार्च में सीआरएस होने की संभावना है। इसको लेकर इसे अब फाइनल टच दिया जा रहा है। रेलवे के एक वरीय विद्युत अभियंता ने बताया कि सीआरएस निरीक्षण के बाद मार्च के अंतिम सप्ताह या अप्रैल के प्रथम सप्ताह में किसी भी समय जयनगर-दरभंगा रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ सकता है। जल्द ही इसके लिए सीआरएस निरीक्षण की तिथि घाषित होने की संभावना है। पंडौल मेंं रेलवे का ग्रिड सब स्टेशन का निर्माण भी अंतिम चरण में है। मार्च में वह भी चालू हो जाएगा।
इस बीच जयनगर तक विद्युतीकरण के सभी छोटे कार्यों की बारीकी से जांच की जा रही है। यात्री सुरक्षा को लेकर ओवरब्रिज के उपर जाली लगायी गयी है। ताकि बिजली तार को कोई हाथ से छू नहीं सके। इलेक्ट्रिक इंजन चलने से जहां रेलवे को डीजल में खर्च होने वाले राजस्व की बचत होगी, वहीं लोगों को प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। ट्रेनों की स्पीड भी पहले से अधिक रहेगी। स्टेशन से खुलते ही ट्रेन अपनी स्पीड पकड़ लेगी। रेल विद्युतीकरण से लोगों में खुशी है।
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