नहर में पानी नहीं छोड़े जाने से किसान परेशान
कुशहा त्रासदी के बाद आलमनगर और खुरहान वितरणी में पानी की आपूर्ति नहीं होने से किसानों को सिंचाई की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वर्षों से नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया है, जिससे किसानों को...
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आलमनगर, एक संवाददाता। कुशहा त्रासदी के बाद आलमनगर और खुरहान वितरणी में पानी नहीं छोड़े जाने से सैकड़ों एकड़ खेतों में सिंचाई करने की समस्या गंभीर बनी है। यह बात अलग है कि खेतों में सुलभ सिंचाई के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलायी जा रही है। लेकिन इस इलाके की नहरों में वर्षों से पानी नहीं छोड़ा गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से 16 साल बाद भी क्षतिग्रस्त नहर के तटबंधों की न तो मरम्मत हो सकी है और न हीं नहर की समुचित साफ-सफाई हो पायी है। जलापूर्ति को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी बेफिक्र हैं। विभाग की लचर व्यवस्था के कारण दोनों वितरणी के तटबंधों का दर्जनों जगहों पर अतिक्रमण कर लिया गया है। अतिक्रमणकारियों द्वारा वितरणी के तटबंध और बाहरी भूभाग के साथ-साथ वितरणी के अंदर के भाग पर भी कई जगहों पर अतिक्रमण कर लिया गया है। बावजूद अधिकारी बेपरवाह बने हैं। इलाके के किसानों की मानें तो प्रखंड क्षेत्र के वितरणी से समुचित जलापूर्ति होने से चार हजार हेक्टेयर भूभाग से अधिक में सिंचाई की जा सकती है। आलमनगर वितरणी से सोनवर्षा के पास एक सहायक वितरणी भी है। इन सभी वितरणी से जलापूर्ति नहीं होने से प्रखंड के बिषपट्टी पंचायत सहित सिंहार, खुरहान, बड़गांव, आलमनगर उत्तरी, पूर्वी व दक्षिणी पंचायत, नरथुआ-भागीपुर, कुंजौड़ी, ईटहरी और गंगापुर पंचायत के सिंचित भूभाग के किसानों को हजारों हेक्टेयर में खेती-बाड़ी के लिए हर साल दो करोड़ रुपए से अधिक का अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। किसानों को इन तीनों वितरणी से जलापूर्ति नहीं होने पर किसानों की माली हालत पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस क्षेत्र में जलापूर्ति नहीं होने का मुख्य कारण वितरणी की साफ-सफाई और कुशहा त्रासदी में वितरणी के क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मती नहीं होना बताया गया है। आलमनगर के किसानों ने जिला पदाधिकारी से यथाशीघ्र जलापूर्ति बहाल कराने का आग्रह किया है। सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता ओबेदुर रहमान ने बताया कि ग्वालपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के कल्याणपट्टी जगतपुर के पास ध्वस्त साइफन के निर्माण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिलने वाली है। प्रशासनिक स्वीकृति के बाद टेंडर होते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। निर्माण कार्य पूरा होते ही इस वितरणी में जलापूर्ति शुरू करा दी जाएगी।
तीनों वितरणी से जलापूर्ति नहीं होना दूर्भाग्यपूर्ण
आलमनगर एक संवाददाता
वितरणी से जलापूर्ति नहीं होने से किसानों के सामने सिंचाई की समस्या गंभीर बनी है। किसानों का आरोप है कि आलमनगर और खुरहान वितरणी कुसहा त्रासदी के बाद से सूखा पड़ा हुआ है। इस वितरणी से आलमनगर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के किसान प्रभावित हो रहे हैं और सिंचाई करने के लिए पंप सेट व अन्य संसाधनों का सहारा लेने की विवशता बनी रहती है। ऐसे में किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। सिंचाई विभाग के पदाधिकारी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।
फोटो कैप्शन
1,2. तिलकपुर गांव के पास सालों से पानी के बहाव न होने से बदहाल बना वितरणी
::: कई सालों से खेतों में नहर से पटवन नहीं होने किसान परेशान है। इससे किसानों को भारी क्षति हो रही है। किसानों की समस्या को देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारी और जिला प्रशासन को गंभीर होने की जरूरत है। किसानों को पटवन की समस्या परेशान कर रही है।
राणा संग्राम सिंह, आलमनगर
::: नहर में पानी नहीं आने के कारण खेतों में पटवन की समस्या बनी रहती है। नहर से पानी नहीं मिलने के कारण आर्थिक नुकसान हो रहा है। नहर से पटवन की सुविधा मिलने से पैदावार में भी वृद्धि हो जाती है। पटवन की सुविधा नहीं मिलने से किसानों के बीच भुखमरी की नौबत आ गयी है।
गजेंद्र सिंह, तुलसियाही
::: कई सालों से नहर में पानी नहीं आने से किसानों की परेशानी बढ़ गयी है। किसानों को पंपसेट से पटवन करने की विवशता बनी रहती है। पंपसेट से पटवन करने पर पैदावार में कमी आ जाती है। ऐसे में किसानों को मामूली मुनाफा ही मिल पाता है।
कृष्ण कुमार ठाकुर, लदमा
::: कुसहा त्रासदी के बाद खुरहान के पास से गुजरने वाली नहर से पानी की सुविधा नहीं मिल रही है। सरकार की हर एक घोषणा किसानों के लिए छलावा साबित हो रहा है। सिंचाई विभाग की लापरवाही से प्रखंड के सैकड़ो किसानों को हर साल करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
अमिताभ सिंह, खुरहान
::: खुरहान नहर में पानी नहीं आने से किसानों को पटवन में समस्या से हर साल जूझना पड़ता है। सिंचाई विभाग के अधिकारी इस समस्या को गंभीरता से लेकर निदान करें। नहर से निकले वीसी की साफ सफाई भी नहीं हो रही है। कई जगहों पर वीसी की जमीन अतिक्रमित हो चुकी है।
प्रकाशचंद्र सिंह, खुरहान
::: प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों किसान सालों से नहर से पटवन के लिए आस लगाए बैठे हैं। जिला प्रशासन के उदासीन रवैया के कारण सिंचाई विभाग के अधिकारी बेफिक्र बने हैं। इसका खामियाजा सालों से किसानों को भुगतना पड़ रहा है। नहर से सिंचाई की सुविधा नहीं मिलने से किसानों की माली हालत बिगड़ गयी है।
मुरारी सिंह, विष्णुपुर
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