राष्ट्र के उत्थान में करें ज्ञान का उपयोग: राज्यपाल
छात्र- छात्राएं अपने ज्ञान का उपयोग राष्ट्र के उत्थान में करें। देश को फिर से विश्व गुरु बनाने में युवाओं पर सबसे अहम जिम्मेदारी है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों की कमी नहीं है, मानव संसाधन की...
छात्र- छात्राएं अपने ज्ञान का उपयोग राष्ट्र के उत्थान में करें। देश को फिर से विश्व गुरु बनाने में युवाओं पर सबसे अहम जिम्मेदारी है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में संसाधनों की कमी नहीं है, मानव संसाधन की कमी है। इसमें सुधार हो रहा है। वैश्विक स्तर पर हो रहे बदलाव के साथ कदमताल करते हुए अपने जड़ों से जुड़े रहने की भी आवश्यकता है। ये बातें रविवार को भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय (बीएनएमयू) में आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति सह राज्यपाल लालजी टंडन ने कही। कुलाधिपति ने समारोह में 39 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और 500 को प्रमाण पत्र दिए।
यूनिवर्सिटी की स्थापना के बाद से अब तक मात्र दो दीक्षांत समारोह होने पर हैरानी जतायी। कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक कैलेंडर लागू होने से शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो रहा है। कुलपतियों के साथ बैठक में समय पर प्रवेश, परीक्षा और वर्ष के अंत में दीक्षांत समारोह आयोजित करना यूनिवर्सिटी की बाध्यता हो गयी है। कुलाधिपति ने दीक्षांत समारोह को छात्रों के लिए गौरवशाली दिन बताते हुए कहा कि इससे उन्हें जीवनभर प्रेरणा मिलती रहेगी। दीक्षांत समारोह के रूप में छात्रों को उत्सव मनाने का अवसर देना चाहिए। जिस दिन दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल और प्रमाण पत्र के साथ रोजगार का सर्टिफिकेट मिलने लगेगा उस दिन देश परम वैभवशाली बनेगा।
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