बारह वर्ष बाद भी नहीं हुआ पुल का निर्माण
रघुनाथपुर पंचायत के भेलाही वार्ड 6 स्थित बैंगा नदी का ध्वस्त पुल 12 वर्ष बाद भी निर्माण नहीं होने से लोगों मेंआक्रोश व्याप्त है। लोगों ने बताया कि एक समय में मीरगंज रेलवे ढाला के पास से निकलने वाली...
रघुनाथपुर पंचायत के भेलाही वार्ड 6 स्थित बैंगा नदी का ध्वस्त पुल 12 वर्ष बाद भी निर्माण नहीं होने से लोगों मेंआक्रोश व्याप्त है। लोगों ने बताया कि एक समय में मीरगंज रेलवे ढाला के पास से निकलने वाली सड़क रतनपट्टी, भेलाही, रघुनाथपुर, डुमरिया, कोल्हायपट्टी, रजनी, प्रताप नगर सहित दर्जनों गांव के लोगों के लिए लाइफ लाइन रही।
लेकिन वर्ष 2008 के कुसहा त्रासदी में बैंगा नदी पुल के ध्वस्त हो जाने के बाद से लोगों को एनएच और एसएच मुख्य सड़क पर जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। खासकर क्षेत्र के लोगों को बरसात के मौसम में काफी परेशानी होती है। रतनपट्टी, भेलाही मोड़ से ध्वस्त पुल तक लगभग दो किलोमीटर सड़क की स्थिति वर्षों से जर्जर और जानलेवा बनी हुई है। इतना ही नहीं पहले मुरलीगंज बिहारीगंज एसएच रोड तक जाने के लिए महज एक किलोमीटर की दूरी पड़ती थी।
लेकिन पुल ध्वस्त होने के बाद से लगभग छ: किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है। प्रखंड मुख्यालय और स्वास्थ्य केन्द्र तक जाने के लिए भी काफी परेशानी होती है। ग्रामीणों ने बताया कि जब से लाइफ लाइन का संपर्क टूटा है तब दूसरे गांव के लोग भेलाही में शादी विवाह करने से भी परहेज करने लगे हैं। बरसात के दिनों में बच्चों की पढ़ाई, नदी के दूसरे भाग से अनाज लाने, एक दूसरे गांव में आवाजाही करने में काफी परेशानी होती है। लोगों ने बताया कि सड़क और ध्वस्त पुल निर्माण को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के पास गुहार लगाई। लेकिन आज तक सिर्फ आश्वासन दिया गया है। आक्रशित लोगों ने बताया कि वर्षों से इस क्षेत्र के लोगों के साथ सोतैला व्यवहार किया जा रहा है।
वर्ष 2008 में बाढ़ के दौरान ध्वस्त हुआ पुल का नहीं हुआ जीर्णोद्धार। फोटो: हिन्दुस्तान
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