पुल क्षतिग्रस्त होने से राहगीरों के लिए आवाजाही करना हुआ कष्टदायक
आलमनगर प्रखंड में कई पुराने पुल आम लोगों के लिए खतरा बन गए हैं। मधेली-चंदसारा सड़क पर कचहरी टोला के पास का पुल क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे आवाजाही में कठिनाई हो रही है। क्षेत्र के निवासियों ने नए पुल...
आलमनगर, एक संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में कई पुराने पुल आमलोगों व राहगीरों के लिए खतरे की घंटी बन गयी है। जिसमें करीब ढाई दशक पहले मधेली-चंदसारा विश्व बैंक सड़क में कचहरी टोला ड्रायनेज में बनाए गए पुल क्षतिग्रस्त होने से राहगीरों के लिए आवाजाही करना खतरनाक हो गया है। इसके अलावा आलमनगर-खुरहान पीडब्ल्यूडी सड़क में लदमा धार और लदमा नहर पर बना पुरानी जानलेवा बना हुआ है। कचहरी टोला के पास ड्रायनेज पर बना छह स्पेन वाली पुल का दिवार सहित दो पाया नीचे से धंसने से करीब एक महीने पूर्व पुल के दोनों ओर गड्ढा खोदकर परिचालन को रोक दिया गया है। पुल के क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही में स्थानीय लोगों सहित राहगीरों को भारी समस्या बन गयी है। इस पुल में बीते जनवरी से हीं बहाव से पाया के नीचे ढलाई टूटने और खाई बनने से पुल में दरार आने लगी थी। करीब तीन महीना पूर्व नदी में बहाव शुरु होते हीं बड़ी वाहन के परिचालन को रोकने के लिए आरडब्लूडी के अधिकारियों ने पुल के दोनों ओर लोहे का गार्डर लगाया था। उक्त पुल के पास बसे धीरज राय सिंहेश्वर राय, प्रकाश राय, अवधेश सिंह, रत्नेश कुमार राय आदि ने जिला पदाधिकारी से नए सिरे से पुल निर्माण कराने का आग्रह किया है। इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से करीब 50 हजार लोगों से अधिक की आवाजाही प्रभावित हो गयी है। मालूम हो कि बीते साल करीब 13 करोड़ रुपए की लागत से करीब 13 किलोमीटर लंबी उक्त सड़क का चोड़ीकरण कर नए सिरे से निर्माण कराया गया। लेकिन निर्माण के करीब छह महीने बाद से उक्त सड़क से आवाजाही प्रभावित होने लगी है। जिससे सड़क निर्माण की सार्थकता घट गयी है। आरडब्लूडी के कार्यपालक अभियंता प्रवीण कुमार सिन्हा ने बताया कि करीब एक महीने पूर्व हाय लेवल पुल निर्माण के लिए वरीय पदाधिकारियों की स्थल निरीक्षण कर लिए हैं। विभागीय आदेश आते हीं पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी।
फोटो कैप्शन
1,2. मधेली-चंदसारा सड़क में कचहरी टोला के पास क्षतिग्रस्त पुल के दोनों तरफ खोदा गया गड्ढा।
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