Hindi Newsबिहार न्यूज़मधेपुराBNMU Students Demand Elections Amidst Administration Indifference

विश्वविद्यालय प्रशासन की शिथिलता का भेंट चढ़ा बीएनएमयू का छात्र संघ चुनाव

भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव पांच वर्षों से नहीं हो रहे हैं। छात्रों को समस्याओं के समाधान के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं। छात्र संघ का गठन नहीं होने से...

Newswrap हिन्दुस्तान, मधेपुराMon, 4 Nov 2024 12:43 AM
share Share

मधेपुरा निज प्रतिनिधि। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय प्रशासन व छात्रों के बीच संवाद नहीं होने से छात्रों की समस्याओं का समाधान ससमय नहीं हो पा रहा है। दर्जनों छात्र अपनी समस्या लेकर दर दर भटक रहे हैं। बीएनएमयू में पांच वर्षों से छात्र संघ चुनाव नहीं हुआ है। जबकि राजभवन सचिवालय द्वारा परिनियम के अनुसार विश्वविद्यालय को प्रत्येक वर्ष छात्र संघ चुनाव कराना है। प्रथम एवं अंतिम चुनाव बीएनएमयू ने 2018 में कराया था। बीएनएमयू के छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग, रजिस्ट्रेशन में गड़बड़ी, मूल प्रमाण पत्र, माइग्रेशन लेने के लिए कई दिनों तक विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को ससमय निराकरण कर दे तो उन्हें विश्वविद्यालय का चक्कर लगाने से छुटकारा मिल सकता है।

छात्र संघ गठित नहीं होने से सीनेट में कुंद हो जाती है स्टूडेंट्स की समस्या: बीएनएमयू में समय पर छात्र संघ चुनाव नहीं होने से सीनेट की बैठक में छात्रों की आवाज कुंद हो जाती है। छात्रों की समस्याओं को प्रमुखता से नहीं उठाया जा रहा है।

सीनेट सिंडिकेट में छात्र संघ का एक भी प्रतिनिधि नहीं है। प्रतिनिधि नहीं रहने के कारण उसकी आवाज दबी ही रह जाती है।

बीएनएमयू में छात्र संघ चुनाव को ले निष्क्रिय बना है प्रशासन: बीएनएमयू की स्थापना हुए साढ़े तीन दशक बीतने को है। अब तक सिर्फ एक ही बार चुनाव हुए हैं। 18 मार्च 2024 को हुए सीनेट की बैठक एवं 24 अगस्त 2024 को पहली बार बीएनएमयू मुख्यालय से बाहर बीएसएस कॉलेज सुपौल में हुए सिंडिकेट की बैठक में भी सहमति बनी कि जल्द ही छात्र संघ चुनाव कराया जाएगा। दो महीने बीतने के बाद भी अब तक चुनाव की सुगबुगाहट नहीं हुई है।

2018 में हुए चुनाव का कार्यकाल खत्म हो जाने के कारण विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधि नहीं हैं।

छात्र संघ चुनाव को ले छात्र संगठन द्वारा होती रही है मांग: बीएनएमयू में चार साल से चुनाव नहीं होने से विभिन्न छात्र संगठन के नेताओं ने कुलपति से मांग की है। कई बार छात्र उग्र आंदोलन कर चुके हैं। हर बार उन्हें आश्वासन ही मिला है।

पांच साल से नहीं हुआ है छात्र संघ चुनाव:

बीएनएमयू में 2018 में पहली बार छात्र संघ चुनाव के बाद दोबारा चुनाव नहीं हो पाया है। विश्वविद्यालय और कॉलेज स्तर पर छात्र संघ के गठन को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों ने कुलपति से छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर मांग पत्र सौंपता रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों का आश्वासन देता रहा, लेकिन दोबारा चुनाव नहीं हो पाया है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के बीएनएमयू प्रभारी डॉ. सारंग तनय, एबीवीपी के सौरभ कुमार, छात्र राजद के माधव यादव, आइसा के अरमान अली, छात्र जदयू के निखिल सिंह यादव ने बताया कि 33 साल के इतिहास में सिर्फ एक बार छात्र संघ चुनाव बीएनएमयू में हो पाया है। छात्र संघ का चुनाव समय पर करा कर छात्रों का प्रतिनिधि को स्थान दें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन भी इस दिशा में कई सालों से शिथिलता बरती रहती है। विश्वविद्यालय की स्थापना के 26 साल बाद पहली बार 2018 में एल छात्र संघ का चुनाव हुआ था। उस चुनाव में कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया था। एक साल के कार्यकाल खत्म होने के बाद दोबारा चुनाव कराने को लेकर छात्र संगठन अपनी तैयारी कर ली थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 2019 के नवंबर महीना में ही चुनाव कराने का आश्वासन दिया था। इसे बढ़ाकर जनवरी 2020 कर दिया। इस बाबत विभिन्न छात्र संगठनों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी थी। बाद में विश्वविद्यालय ने चुनाव तिथि की घोषणा को आगे बढ़ा दिया। इसके बाद अब तक चुनाव को लेकर विश्वविद्यालय सक्रिय नहीं हुआ है।

कॉलेज को सूची बनाने का दिया था आदेश: बीएनएमयू में छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभिन्न कॉलेजों को पत्र लिखकर नामांकित छात्रों की सूची बनाने का निर्देश दिया था। इसके लिए पीएचडी कोर्स वर्क 2019 में नामांकित छात्रों की भी सूचीबद्ध कराने का निर्देश दिया था। लेकिन चार साल बीतने के बाद भी चुनाव नहीं कराया गया।

दो स्तरों पर होता है चुनाव: विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव दो स्तरों पर होता है। पहले चरण में कॉलेज छात्रसंघ और विश्वविद्यालय काउंसिल मेंबर का चुनाव होता है। जबकि दूसरे चरण में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, सह सचिव, कोषाध्यक्ष और काउंसिल मेंबर का चुनाव होता है। काउंसिल मेंबर विश्वविद्यालय स्तरीय कमेटी का चुनाव करता है।

कोट

बीएनएमयू में छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इसके लिए विचार विमर्श किया जा रहा है।

प्रो. बिपिन कुमार राय, कुलसचिव, बीएनएमयू, मधेपुरा

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें