बीएनएमयू में सत्र नियमितीकरण रहा सराहनीय, शिक्षकों की कमी से परेशानी
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय ने 2024 में सत्र नियमितीकरण में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। इस वर्ष कई छात्रों ने जेआरएफ और नेट परीक्षाओं में सफलता पाई, जिससे विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय पहचान...
मधेपुरा निज प्रतिनिधि Üभूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में साल 2024 कई महीनो में याद रखा जाएगा। विश्वविद्यालय में सत्र नियमितीकरण पर सफलतापूर्वक कार्य होने को विश्वविद्यालय द्वारा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बरसों बाद सत्र नियमितीकरण के लिए 2024 यादगार रहेगा। शोध के क्षेत्र में विश्वविद्यालय में भी कुछ कार्य हुए हैं इसमें काफी संख्या मे यहां के छात्रों ने जेआरएफ और नेट की परीक्षा में परचम लहराया है, जो इस विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय पहचान देने में मदद किया है। पहली बार विश्वविद्यालय में सीएसआईआर में छात्रों ने जेआरएफ उत्तीर्ण हुआ किया है जो विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस के
कई पीजी विभागों में स्मार्ट रूम से लैश किया गया जो छात्रों के पठन पाठन में मददगार साबित हो रहा है। इस साल विश्वविद्यालय में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इसके साथ ही वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में सेंट्रल लाइब्रेरी को शिफ्ट कर छात्रों के लिए खोल दिया गया।
कई कमियों के साथ पठन पाठन में हो रही परेशानी: बीएनएमयू के नॉर्थ कैंपस में कई कमियां भी रही जिससे शिक्षक और छात्रों के लिए परेशानी बना रहा। कैंपस में शुद्ध पेय जल, शौचालय, आधारभूत संरचना की कमी से परेशानी हुई। विश्वविद्यालय में पहली बार विरोध प्रदर्शन करने पर छात्रों को निलंबित भी किया गया था। विश्वविद्यालय को डिजिटल प्लेटफार्म बनने का सपना पूरा नहीं हो सका।
इस साल कई विभागों के स्थाई शिक्षकों का हुआ योगदान: बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा कई विषयों में स्थाई शिक्षकों का योगदान भी महत्वपूर्ण है। हालांकि इसके बाद भी बड़ी संख्या में शिक्षकों की कमी है।
कोट
बीएनएमयू में आधरभूत संरचना को नए साल में पूरा कर लिया जाएगा।
डॉ. बिपिन कुमार राय, कुलसचिव, बीएनएमयू
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