40 किमी के सफर में तीन-चार घंटे लग रहे
भले ही सड़कों की सूरत बदलने को लेकर दावे किए जा रहे हों, लेकिन इस जिले में एनएच की हालत इतनी बदत्तर बनी है कि इससे सफर करने के लिए लोगों को हिम्मत जुटानी पड़ती है। सुर्खियों में रहने वाला एनएच 106 का...
भले ही सड़कों की सूरत बदलने को लेकर दावे किए जा रहे हों, लेकिन इस जिले में एनएच की हालत इतनी बदत्तर बनी है कि इससे सफर करने के लिए लोगों को हिम्मत जुटानी पड़ती है। सुर्खियों में रहने वाला एनएच 106 का निर्माण कार्य की हालत यह है कि वर्षों बीतने के बाद सही तरीके से दो से तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण भी पूरा नहीं हो पाया है।
हालत यह है कि मधेपुरा से उदाकिशुनगंज लगभग 40 किलोमीटर का सफर करने में तीन से चार घंटे का समय लग जाता है। वीहपुर से उदकिशुनगंज तक एनएच 106 के निर्माण में शिथिलता बरते जाने का स्पष्ट उदाहरण स्थल पर दिखायी दे रहा है। जगह-जगह सड़क गड्ढे में तब्दील रहने के कारण वाहनों को गुजरने में भी क्षतिग्रस्त होने के साथ-साथ दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा भी बना रहता है। उदाकिशुनगंज से उदा, झलाड़ी, भलुवाही व ग्वालपाड़ा तक सड़क की हालत दयनीय बनी है।
वहीं अरार, रेशना से पस्तपार तक सड़क निर्माण कार्य को आधा अधूरा छोड़ दिया गया है। शहर से बाहर निकलने पर कृषि विज्ञान केंद्र से आगे से भर्राही चौक तक सड़क जर्जर हालत में है। जर्जर रोड के कारण किसी तरह धीरे-धीरे गाड़ियां सड़क पर रेंगती नजर आती है। अगर किसी रोगी को उदाकिशुनगंज से सदर अस्पताल या अन्य किसी बड़े अस्पताल में ले जाने की नौबत आती है तो रोड की जर्जर स्थिति के कारण मरीज को सही सलामत पहुंचाने में भी भारी मशक्कत करनी पड़ती है।
सड़क की बदत्तर स्थिति के कारण बाइक सवारों को भी उदाकि शुनगंज तक जाने में भारी परेशानी उठानी पड़ती है। एनएन 106 के ईई अरुण कुमार ने बताया कि वीहपुर से बीरपुर तक 31 किमी. रोड का कालीकरण किया गया है। हाईकोर्ट की निगरानी में रोड निर्माण जारी है। कंपनी डिफॉल्टर रहने के बावजूद रोड निर्माण कर रहे हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।