लखीसराय स्टेशनों पर पसरा सन्नाटा, रेलकर्मी कर रहे काम
कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए एक बार फिर से कई ट्रेनों को बंद कर दिए गए हैं। किऊल जंक्शन पटना-हावड़ा रेल मुख्य मार्ग पर स्थित एक ऐसा...
लखीसराय। एक संवाददाता
कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए एक बार फिर से कई ट्रेनों को बंद कर दिए गए हैं। किऊल जंक्शन पटना-हावड़ा रेल मुख्य मार्ग पर स्थित एक ऐसा स्टेशन है, जो दो मंडलों के साथ दो जोन को भी जोड़ने का काम करता है। किऊल स्टेशन के लिए गया, पटना, बरौनी, जमुई के साथ-साथ भागलपुर की रेल लाइन को भी जोड़ने का काम करता है। ट्रेनों को बंद करने के बारे में दोनों मालदा मंडल की अपनी और दानापुर मंडल की अपनी राय है। एक ओर मालदा मंडल की ट्रेनों को बंद करने के पीछे दलील है कि विभाग के कई कर्मी कोरोना से संक्रमित पाए जाने के कारण होम आइसोलेशन में हैं। रेलकर्मियों की कमी हो जाने के कारण ट्रेनों के परिचालन को बंद करना पड़ा है। वहीं हाजीपुर जोन के पीआरओ का कहना है कि कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर भीड़ को कम करने के लिए ट्रेनों को अगले आदेश के लिए बंद कर दिया गया है।
बीते 22 मार्च को संपूर्ण देश में लगे लॉकडाउन के दौरान बंद की गई सभी ट्रेनों में लगभग 80 फीसदी ट्रेनें पटरी वापस लौट चुकी है। वहीं कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने बाद एक बार फिर से रेलवे ने विभिन्न रूटों पर चलने वाली प्रमुख ट्रेनों को छोड़, कुछ ट्रेनों का परिचालन अगले आदेश तक बंद कर दिया है। किऊल-गया रेलखंड पर वर्तमान में एक मात्र ट्रेन गया-हावड़ा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का परिचालन बहाल है, जबकि रामपुरहाट-गया पैसेंजर और किऊल-गया पैसेंजर के परिचालन को अगले आदेश तक बंद किया गया है। हालांकि एक स्टाफ स्टेशल ट्रेन का परिचालन हो रहा है। पटना की ओर जाने के लिए साहिबगंज-पटना इंटरसिटी, मुजफ्फपुर की ओर जाने के लिए मुजफ्फपुर इंटरसिटी को अगले आदेश तक के लिए बंद कियाा गया है। पटना-झाझा रेलखंड पर चलने वाली ट्रेन पूर्व की तरह बहाल है।
ट्रेनों के परिचालन बंद होने से सबसे अधिक परेशानी किऊल-गया रेलखंड पर सफर करने वाले यात्रियों को हो रही है। इस रूट पर एक मात्र गया-हावड़ा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का परिचालन बहाल है। इससे इस रूट पर चलने वाले यात्रियों को एक तो पहले ही टिकट लेने पड़ रहे हैं। इसके साथ ही काशीचक, शेखपुरा, नवादा जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।
दो हजार से अधिक लोगों का छीन गया रोजगार
सूबे में जारी लॉकडाउन ने ट्रेनों पर आश्रित तकरीबन ढाई हजार लोग प्रभावित हुए हैं। इसमें लखीसराय के अन्य जिले के लोग भी शामिल हैं। लखीसराय एवं किऊल दोनों मिलाकर 15 हॉकर ऐसे हैं, जो सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। इसमें ट्रेनों में झाल मूढ़ी, पानी की बोतल, खाने पीने के सामान सहित मोबाइल कवर, चार्जर किताबें बेचने वाले शामिल हैं। इसके अलावे किऊल स्टेशन एवं लखीसराय स्टेशन के नजदीक दुकान लगाने वाले भी प्रभावित हुए हैं। जानकारी के मुताबिक लखीसराय स्टेशन के पास 50 से अधिक दुकानें लिट्टी-चोखा वालों के थे। वहीं किऊल स्टेशन के नजदीक खाने की दर्जनों होटल रेल के परिचालन पर ही निर्भर थे। किऊल स्टेशन पर तकरीबन 50 से अधिक पोर्टर पर खाने-पीने की आफत आ गई है।
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