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पिपरिया थाने में मालखाना-हाजत नहीं

लखीसराय के पिपरिया गांव में पुलिस थाने की स्थापना 1972 में हुई थी। थाने में आवास की कमी के कारण पुलिस जवानों को विद्यालय के कमरों में रहना पड़ रहा है, जिससे विद्यालय में कठिनाई हो रही है। थानाध्यक्ष...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीसरायThu, 12 Dec 2024 11:18 PM
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पिपरिया थाने में मालखाना-हाजत नहीं

लखीसराय। पिपरिया के पथुआ गांव में 1972 में हुए किसान आंदोलन के बाद थाना की स्थापना की गई थी। थाना कई जगहों पर संचालित होने के बाद विगत लगभग 30 वर्ष से पिपरिया गांव स्थित पंचायत भवन में पिपरिया थाना संचालित है। पदाधिकारी तो किसी तरह थाना में रह लेते हें लेकिन पुलिस जवानों के लिए आवासन का स्थान नहीं रहने के कारण सभी जवान मध्य विद्यालय पिपरिया दियारा के तीन कमरे में आवासन करते हैं। पुलिस जवान के थाना परियर में नहीं रहने के कारण संतरी का कार्य भी नहीं होता है। वहीं क्षेत्र में पुलिसिंग के दौरान भी कई बार समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं थाना में कमरा की कमी के कारण हाजत एवं मालखाना भी नहीं है। ऐसे में जब्त होने वाले सामान और गिरफ्तारी के बाद महिला बंदियों को रखने के दौरान काफी समस्या होती है। महिला को गिरफ्तारी के बाद दूसरे थाना के हाजत में रखने की मजबूरी होती है। वहीं इास संबंध में पिपरिया थानाध्यक्ष उज्जवल कुमार लने कहा कि महिला हाजत एवं मालखाना नहीं रहने के कारण कठिनाई होती है। जल्द ही थाना भवन की समस्या सुलझा ली जाएगी। पिपरिया थाना के लिए 2008 में मोहनपुर गांव में मुख्य सड़क के किनारे थाना भवन सम विकास योजना से बनाई गई। भवन निर्माण पर 18 लाख रुपए खर्च किया गया। लेकिन मामूली रास्ता के विवाद के कारण अब तक उक्त तीन मंजिला थाना भवन में पिपरिया थाना को शिफ्ट नहीं किया जा सका है। ऐसे में सवाल है कि भवन बनने के बाद रास्ता का नहीं होना कहीं न कहीं प्रशासनिक कमजोरी को उजागर कर रहा है।

विद्यालय में 1050 बच्चे, वर्ग संचालन में होती कठिनाई: पिपरिया मध्य विद्यालय के तीन कमरे में पुलिस जवानो का कब्जा रहने के कारण विद्यालय के वर्ग संचालन में कठिनाई होती है। विद्यालस में कुल 1050 बच्चे वर्ग एक से आठ में नामांकित है जिसमें 750 की रेगुलर उपस्थिति हो रही है। इस संबंध विद्यालय प्रधान उमेश भगत ने बताया कि पुलिस जवान के विद्यालय के कमरे में आवासन के कारण वर्ग संचालन में कठिनाई होती है। कई बार इससे पदाधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन समाधान नहीं हुआ।

कोट: थाना भवन तक पहुंचने में आगे के हिस्से में रैयती जमीन रहने के कारण विवाद था। आपसी सहमति से सुलझाने का प्रयास जल्द किया जायेगा। -अजय कुमार, एसपी

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