बैंक प्रबंधन की लापरवाही, खामियाजा भुगत रहे ग्राहक
पंजाब नेशनल बैंक मोहनपुर, पिपरिया में अराजकता का आलम थमने का नाम नहीं ले रहा है। बैंक प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा दियारा क्षेत्र के सैकड़ों ग्राहक भुगत रहे हैं। यह एक- दो दिनों की बात नहीं है,...
पंजाब नेशनल बैंक मोहनपुर, पिपरिया में अराजकता का आलम थमने का नाम नहीं ले रहा है। बैंक प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा दियारा क्षेत्र के सैकड़ों ग्राहक भुगत रहे हैं। यह एक- दो दिनों की बात नहीं है, बल्कि महीनों दिन से बैंक का संचालन लूंज-पूंज बना हुआ है। इस बात को बैंक में कार्यरत कैशियर ललित टुड्डू व कर्मी दिग्विजय कुमार भी स्वीकारते हैं। सोमवार को पीएनबी बैंक मोहनपुर में रामचन्द्रपुर, मोहनपुर, वलीपुर, पिपरिया सहित अन्य गांवो से पहुंचे दर्जनों लोग पैसे की निकासी व जमा करने के लिए पहुंचे थे। ग्राहक तीन घंटे से अधिक समय तक बैंक मैनेजर के आने का इंतजार किया, लेकिन बैंक मैनेजर नहीं आए। लोगों का पैसे निकासी- जमा सहित अन्य कार्य नहीं हुए। लोग बैंक प्र्रबंधन के प्रति आक्रोश जताते रहे।
मीडिया के समक्ष पैसे निकासी को लेकर बैंक पहुंचे ग्राहक गुंजन देवी, सीता देवी, उमेश सिंह, हीरा लाल, विकास पाठक, पप्पू यादव, रंजीत सिंह, कुमकुम देवी, श्रद्धा देवी, अशोक कुमार सहित अन्य ने बैंक प्रबंधन पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। इन लोगों ने कहा कि विगत एक महीने से अधिक समय से बैंक मैनेजर बैंक नहीं आते हैं। सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में ही कभी- कभार बैठक कर बैंक का रिमोट कंट्रोल से संचालन करते हैं। पैसे निकासी को लेकर बैंक पहुंचते हैं, लेकिन घंटो इंतजार के बाद वापस बिना पैसे के घर लौट जाते हैं। लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि बैंक खुले या नहीं खुले क्या फर्क पड़ता है? बैंक को बंद ही कर देना चाहिए। बैंक प्रबंधन की लापरवाही की वजह से जरूरत पड़ने पर अपने पैसे भी काम नहीं दे पा रहे हैं। बैंक प्रबंधन पर और कई वित्तीय आरोप ग्राहकों ने लगाए। इधर पंजाब नेशन बैंक मोहनपुर के कैशियर ललित टुड्डू व कर्मी दिगविजय ने बताया कि मैनेजर साहब नहीं आए हैं। छुट्टी पर हैं। पैसे की निकासी व जमा उन्हीं के द्वारा दी गई वेरीफाई कोड पर होता है।
ग्राहकों का दर्द:
सर ! खाता में है पैसा, बैंक कर्मी नहीं देते पैसे
पीएनबी बैंक मोहनपुर से पैसे निकासी को लेकर ऐसे तो सोमवार को दर्जनों ग्राहक पहुंचे थे। सबों की अलग- अगल शिकायत थी। सूचना मिलने पर जब मीडिया पहुंची तो ग्राहकों का दर्द छलक उठा। रामचन्द्रपुर गांव की गूंजन देवी ने कहा कि पैसे निकासी को लेकर दो घंटे से बैठी हूं। बैंक में कोई कुछ सुनता नहीं है। बैंक कर्मी पैसे नहीं दे रहे हैं। बेटा का हाथ रविवार की रात छत पर गिरने से टूट गया। इलाज की सख्त आवश्यकता है। खाते से 40 हजार रुपए की निकासी करने के लिए आयी हूं, लेकिन पैसे की निकासी नहीं हो सकी। डॉक्टर बेहतर इलाज के लिए बेटे को लखीसराय से बेगूसराय रेफर कर दिया है। ऐसे परिस्थिति में अब भला बेटे का कैसे इलाज करांउ। कुछ एैसा ही दर्द वलीपुर गांव से आयी सीता देवी व खुटहा से आए विकास पाठक का था। लोगों ने बैंक प्रबंधन के कारगुजारियों के खिलाफ डीएम संजय कुमार सिंह से जांच के उपरांत न्यायोचित कार्रवाई की मांग की है, ताकि दियारा क्षेत्र के लोगों को कोविड 19 के दौरान पैसे निकासी व जमा करने में राहत मिल सके।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।