सत्संग से ही जीवन के मार्ग सुगम : अखिलेश शास्त्री
सत्संग से ही जीवन के मार्ग सुगम : अखिलेश शास्त्री
बड़हिया, एक संवाददाता। नगर के राधामोहन ठाकुरवाड़ी में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सह वार्षिकोत्सव के चौथे दिन सोमवार को कथा व्यास अखिलेश जी शास्त्री ने गजेंद्र मोक्ष, वामन अवतार एवं राम अवतार आदि की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि सत्संग से ही जीवन का रास्ता पार किया जा सकता है। आगे उन्होंने अजामिल और गजेंद्र की कथा को रखते हुए कहा कि गजेंद्र मोक्ष और अजामिल की कथा से हमें जीवन का महत्वपूर्ण सबक मिलता है। जो बताता है कि एक सच्चा और ईश्वर की भक्ति में लीन व्यक्ति भी गलत संगत में पड़कर निकृष्ट और अधम हो जाता है। वह अपने जीवन के मूल उद्देश्य को भूल काम, क्रोध, मद, लोभ में पड़कर भोग और विलास से ग्रसित हो जाता है। जरूरी है कि हम सब हमेशा इस बात को लेकर चौकन्ने रहें कि हमारी संगती कैसी है। हम अनजाने में ही कहीं किसी पाप कर्म में लिप्त तो नहीं हो रहे। इसके लिए हमें बीच बीच में सत्संग की जरूरत होती है। आज अपने दैनिक जीवन में हम ऐसे उलझे हैं कि पता ही नहीं चलता और जाने अनजाने हमसे पाप होते रहते हैं। शास्त्री जी ने गजेंद्र मोक्ष की कथा का मार्मिक वर्णन करते हुए बताया कि सच्चे मन से की गई प्रार्थना को ईश्वर जरूर सुनते हैं, और अपने भक्त को मोक्ष देने जरूर आते हैं। गजेंद्र-ग्राह की कथा का वर्णन करते हुए शास्त्री जी ने कहा कि इस कथा से सिर्फ ये नहीं सीखना है कि अपने कष्ट के वक्त ईश्वर को याद करें, वो तो सभी करते हैं। हमें चाहिए कि हम अपने सुख में भी ईश्वर का ध्यान करते रहें। ताकि जीवन के बहुत से कष्ट अपने आप ही हमसे दूर होते रहें। चौथे दिन की कथा और झांकी के बीच अन्य दिनों की अपेक्षा श्रद्धालुओं की भाड़ी भीड़ उमड़ी। संगीतमय प्रस्तुति के बीच कथा व्यास को भजन गायक व टीवी रेडियो कलाकार रत्नेश वत्स चतुर्वेदी, तबला वादक अजय शर्मा का साथ मिलता रहा। कथा और बाल कलाकारों द्वारा प्रस्तुत हो रहे झांकी के दौरान काफी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु भक्ति भाव पर नाचते झूमते रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।