बीसीजी इंजेक्शन लगाने के एवज में मांगा गया 50 रुपया
बीसीजी इंजेक्शन लगाने के एवज में मांगा गया 50 रुपया
लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। मरीज को स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने के एवज में अवैध उगाही के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाला सदर अस्पताल एक बार फिर महज 20 रुपया नहीं देने पर नवजात को टीकाकरण से वंचित करने एवं टीकाकरण कार्ड व परिजन का आधार कार्ड स्वास्थ्य कर्मी के द्वारा रखने के बाद सुर्खियों में आ गया है। मामले में सीएस डॉ बीपी सिन्हा ने सदर अस्पताल प्रबंधन को डांट फटकार लगाते हुए आरोपी स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दे दिया है। सीएस के निर्देश के बाद सदर अस्पताल प्रबंधन ने आरोपी जीएनएम रश्मि प्रिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से उनके वेतन पर रोक लगा दिया है। आरोपी को स्पष्टीकरण जारी करते हुए 24 घंटे में जवाब भी मांगा है। ज्ञात हो शेखपुरा जिला निवासी रिंकू कुमारी स्वयं स्वास्थ्य कर्मी आशा कार्यकर्ता के रूप में शेखपुरा जिले में काम करती है। रिंकी कुमारी ने बताया कि रविवार को पानापुर गांव निवासी अपनी बेटी को प्रसव के लिए लखीसराय सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। प्रसव के उपरांत सोमवार को नवजात को बीसीजी सुई के लिए नियमित टीकाकरण केंद्र में ले गई तो ऑन ड्यूटी तैनात जीएनएम रश्मि प्रिया ने 50 रुपया का मांग किया। उनके पास चेंज पैसा महज 30 रुपया था उन्हें दे दिय बोला 20 रुपया बाद में देंगे या हम भी आशा कर्मी हैं। इतना में ही काम कर दीजिए। जिस पर जीएनएम ने पैसे का अरेंजमेंट कर तत्काल देने को कहा व नवजात को सुई देने के बाद उनका टीकाकरण कार्ड और नवजात की मां पीड़िता का आधार कार्ड पगड़ी के एवज में रख लिया और बोला पहले पैसा लाकर दो उसके बाद वापस करेंगे। प्रसूता की मां रिंकू ने इसकी शिकायत सदर अस्पताल प्रबंधन एवं सीएस डॉ बीपी सिन्हा से किया। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीएस ने तत्काल अस्पताल प्रबंधन को मामले की जांच कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया। ज्ञात हो मरीज को पूरे तरीके से नि:शुल्क स्वास्थ्य उपलब्ध कराने वाली सदर अस्पताल में नियमित अंतराल पर कभी लेबर कभी एसएनसीयू कभी ऑपरेशन तो कभी ब्लड बैंक कर्मी का मरीज से अवैध उगाही का मामला सामने आता रहा है। अधिकांश मामला उजागर होने के बावजूद विभाग के उदासीन रवैया के कारण आरोपी के खिलाफ नियमित कार्रवाई सुनिश्चित नहीं हो पाई है। कुछ मामले के अधिक तूल पकड़ने व विभाग की फजीहत के बाद ही संबंधित स्वास्थ्य कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित हो पाई है। इधर सीएस डा. बीपी सिन्हा ने बताया कि किसी भी हालात में स्वास्थ्य कर्मी का अवैध उगाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
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