युवक के प्राइवेट पार्ट पर पिटाई महिला थानेदार को महंगा पड़ा, SP ने लिया एक्शन, वायरल हुआ फोटो
समस्तीपुर के सरायरंजन थाना क्षेत्र में बीते सोमवार शाम बदमाशों ने एक राहगीर से लाखों रुपये का आभूषण लूट लिया था। घटना को लेकर पुलिस एक्शन में थी। इस मामले में शक के आधार पर राकेश शर्मा नाम के युवक को पूछताछ के लिए पुलिस थाना ले गयी थी।पुलिस ने उसके प्राइवेट पार्ट पर निर्ममतापूर्वक पिटाई की थी।
बिहार के समस्तीपुर में महिला थानेदार को लूटकांड के आरोपी की पिटाई करना बहुत महंगा पड़ा। एसपी विनय तिवारी सरायरंजन थाना अध्यक्ष सिंम्पी कुमारी को लाइन कर दिया है। लूट मामले में एक युवक की निर्ममतापूर्वक पिटाई को लेकर एसपी ने यह कार्रवाई की हैं। निर्दोष युवक की निर्ममतापूर्वक की गयी थी। पिटाई से लोगों में काफी रोष था। पिछले दिन विश्वकर्मा समाज के लोगों ने थाना अध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। उसी दिन एएसपी ने भी युवक से मुलाकात कर युवक से मामले में जानकारी लेने के बाद पीड़ित को समुचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।
समस्तीपुर के सरायरंजन थाना क्षेत्र में बीते सोमवार शाम बदमाशों ने एक राहगीर से लाखों रुपये का आभूषण लूट लिया था। घटना को लेकर पुलिस एक्शन में थी। इस मामले में शक के आधार पर राकेश शर्मा नाम के युवक को पूछताछ के लिए पुलिस थाना ले गयी थी। बताया गया है कि हाजत में पुलिस ने उसकी निर्ममताापूर्वक पिटाई की थी। हालांकि उसके खिलाफ सबूत न मिलने और मोबाइल लोकेशन उस एरिया में ना होने पर उसे छोड़ दिया गया था।
इससे स्थानीय ग्रामीणों में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त था। पीड़ित युवक के नाजुक अंग के आसपास काफी चोटें आयी हैं। मामले को लेकर पीड़ित व उसके परिजनों ने तीन दिनों पहले इसकी शिकायत एसपी विनय तिवारी से कर न्याय की मांग की थी। हालांकि उस दिन परिजनों की मुलाकात एसपी से हो नहीं सकी थी, वे हाईकोर्ट गए हुए थे जिससे परिजनों ने ट्रैफिक डीएसपी आशीष राज को आवेदन सौंपा था। समस्तीपुर पहुंचने पर एसपी ने पूरा मामला समझने पर जांच का जिम्मा एएसपी संजय पांडेय को सौंप दिया। इसके आलोक में शुक्रवार को एएसपी पीड़ित के घर पहुंच मामले की जांच व पीड़ित युवक से पूछताछ की थी।उन्होंने पीड़ित व्यक्ति से समस्तीपुर पुलिस की पूरी टीम की तरफ से माफी मांगते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।
समस्तीपुर पहुंचते ही उन्होंने एसपी को जांच रिपोर्ट सौंप दी थी।जिसके बाद एसपी ने थानाध्यक्ष की भूमिका को गलत पाते हुए उन्हे तत्काल थानाध्यक्ष के पद से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया है। बता दें कि सरायरंजन पुलिस द्वारा युवक की पिटाई का फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुआ था। एसपी ने कार्रवाई की पुष्टि करने के साथ कहा कि निर्दोष व्यक्ति को इस तरह निर्ममता पूर्वक पीटना बिल्कुल गलत है। इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समस्तीपुर पुलिस पब्लिक फ्रेंड की तर्ज पर कार्य करने को अग्रसर है। उक्त युवक के खिलाफ पहले से भी कोई अपराधिक मामले दर्ज नहीं थे बावजूद उसके साथ पुलिस इस तरह पेश आयी यह काफी खेदजनक है। मामले की जांच के आधार पर थानाध्यक्ष को लाइन क्लोज कर दिया गया है। जल्द ही सरायरंजन में नये थानाध्यक्ष की पोस्टिंग कर दी जाएगी।