Hindi NewsBihar NewsKishanganj NewsTraining Program for ASHA Workers and ASHA Facilitators to Improve Health Services in Kishanganj

आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया विशेष प्रशिक्षण

किशनगंज में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा कार्यकर्ताओं और फैसिलिटेटरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की...

Newswrap हिन्दुस्तान, किशनगंजTue, 31 Dec 2024 12:34 AM
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किशनगंज , एक प्रतिनिधि । स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं से सेवाओं को आम जनों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जिले में आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलेटटरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसी क्रम में सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोठिया में सभी आशा कार्यकर्ताओं और फैसिलिटेटरों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं आशा दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई और दिशा-निर्देश दिए गए। प्रशिक्षण कार्यक्रम से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा:पोठिया सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शाहिद रजा अंसारी ने कहा आशा कार्यकर्ता ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ हैं। इनका समर्पण ही ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करता है। आशा दिवस पर प्रशिक्षण कार्यक्रम से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन, एवं अन्य प्राथमिकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी। यह सभी के लिए स्वास्थ्यके लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।उन्होंने कहा दिवस के आयोजन और प्रशिक्षण कार्यक्रम से आशा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा और उन्होंने बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्धता जताई। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।

प्रशिक्षण और आशा दिवस की मुख्य बातें

फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम का माध्यम से आशा कर्मियों को परिवार नियोजन सामग्रियों की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इस ऑनलाइन प्रणाली का उपयोग सिखाया गया। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए बेहतर प्रथाओं पर निर्देश दिए गए। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की निगरानी और कमी लाने के लिए कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई। नियमित टीकाकरण के महत्व और ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी पहुंच को सुनिश्चित करने के तरीके बताए गए। एनसीडी और एनीमिया मुक्त भारत: गैर-संचारी रोगों (जैसे मधुमेह, हृदय रोग) और एनीमिया की रोकथाम एवं उपचार पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा प्रशिक्षण में आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए कि वे इन सभी कार्यक्रमों को अपने-अपने क्षेत्रों में अधिक प्रभावी ढंग से लागू करें और समुदाय के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूक करें।

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