ठाकुरगंज में चेंगा नदी पर बने पुल के फ्लैंक पर मंडरा रहा कटाव का खतरा
इलाके के कई गांवों के लिए महत्वपूर्ण है चेंगा नदी पर बना पुल, 20 हजार की आबादी के आवागमन के मुख्य मार्ग पर संकट ठाकुरगंज में चेंगा नदी पर पुल के फ्लैं

ठाकुरगंज, एक संवाददाता। प्रखंड के पथरिया पंचायत अंतर्गत चेंगा नदी पर बने पुल के पिलर के फ्लैंक का कटाव हो रहा है। जिससे पुल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। सामरिक दृष्टिकोण से इस पुल का काफी महत्व है। इस पुल के सहारे स्थानीय किसान अपने खेतों में उपजाए अनानास के साथ हरी चाय की पत्तियां पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के बिधाननगर मंडी ले जाने का यह मुख्य मार्ग है। चेंगा नदी पर बना यह पुल पथरिया पंचायत के जंगला भिट्ठा और मालाकाटा को जोड़ते हुए पश्चिम बंगाल के बिधाननगर को भी जोड़ती है। यह पुल बेसरबाटी और पथरिया पंचायत के माला काटा, धापू डांगी, चुरली, पिपरी थान, जंगला भिट्ठा, जोगी गच्छ, फतीगा गच्छ के साथ पश्चिम बंगाल के विधान नगर के लगभग 20 हजार की आबादी इस पर निर्भर करती है। इस संबंध में पथरिया पंचायत के मुखिया अजय सिंह बताते हैं कि एक वर्ष पूर्व बने इस पुल के फ्लैंक में तो कटाव हो ही रहा है। जिससे इस पुल पर खतरा मंडराने लगा है। साथ ही साथ इंजीनियरों की भूल कही जाए या संवेदक की भूल पुल का एप्रोच इतना तीखा है कि यहां आए दिन दुर्घटना होते रहती है। उन्होंने बताया कि सोमवार को भी एक मोटरसाइकिल सवार इस एप्रोच पथ पर अपना नियंत्रण खो बैठा और सीधे नदी में जा गिरा। भला हो ऊपर वाले का जो कोई अनहोनी नहीं हुई। लेकिन यदि इस पुल के अप्रोच के साथ फ्लैंक पर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थानीय ग्रामीण को तो इसकी मार झेलनी ही पड़ेगी साथ ही साथ करोड़ों की लागत से बने पुल का अस्तित्व भी मिट जाएगा।
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