सदर अस्पताल में आम मरीजों को नहीं मिल पा रही अल्ट्रासाउंड की सुविधा
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किशनगंज, एक प्रतिनिधि। सदर अस्पताल में गर्भवती को छोड़ कर आम मरीजों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं मिल पा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बेहतर इलाज के अलावा जांच के लिए सदर अस्पताल को पैथोलॉजी लैब, डिजिटल एक्स-रे, सीटी स्कैन, डायलिसिस, आरटीपीसी आर जांच की सुविधाऐं उपलब्ध है लेकिन वही अल्ट्रासाउंड की सुविधा आम मरीजों को नहीं मिल रही है। लिहाजा, आर्थिक रूप से कमजोर गरीब मरीजों के लिए सदर अस्पताल में इलाज करवाने के बावजूद बाहर निजी अल्ट्रासोनोग्राफी से पैसा खर्च कर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है। जो आम मरीजों को काफी भारी पड़ रहा है। सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं होने से सदर अस्पताल पहुंचे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
गौरतलब हो कि सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा तो है लेकिन यह सुविधा सिर्फ गर्भवती महिलाओं को मिल रही है। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ.अनवर हुसैन ने बताया कि सदर अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पदस्थापना नहीं होने के वजह से राज्य स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ.शनम यास्मीन को प्रशिक्षण दिला कर सदर अस्पताल आने वाले गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभिया ।का।अलावा सप्ताह के दो दिन होता है अल्ट्रासाउंड: सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रत्येक माह 9वीं एवं 21वीं तरीख के अलावा सप्ताह में दो दिन डॉक्टर शबनम यासमीन के ड्यूटी रोस्टर के अनुसार गुरुवार एवं शुक्रवार को सिर्फ गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है। उसके अलावा आम मरीजों को अल्ट्रासाउंड जांच का जरूरत पड़ने पर निजी अल्ट्रासोनोग्राफी से अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है जिससे आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को सदर अस्पताल में इलाज करवाने के बावजूद पैसा खर्च करना पड़ रहा है। सदर अस्पताल सहित ग्रामीण अस्पताल में मरीजों का होगा अल्ट्रासाउंड : सिविल सर्जन डॉ राजकुमार चौधरी ने बताया कि सदर अस्पताल के अलावा रेफरल अस्पताल एवं सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी में इलाज एवं कराने के लिए आने वाले मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यकता अनुसार गर्भवती महिलाओं एवं मरीजों को निजी अल्ट्रासोनोग्राफी में नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड करवा सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी अल्ट्रासोनोग्राफी में पीपीपी मोड पर मरीजों को नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिले के चिन्हित निनी अल्ट्रासोनोग्राफी से स्वास्थ्य विभाग जल्द करार करने वाली है। जिससे जिले के सदर अस्पताल सहित सभी पीएससी सीएससी एवं रेफरल अस्पताल के ओपीडी में इलाज करने के लिए आने वाले मरीज को आवश्यकता अनुसार अल्ट्रासाउंड की सुविधा प्रत्येक दिन मिलने वाली है। यह सुविधा निजी अल्ट्रासोनोग्राफी सेंटर में नि:शुल्क मिलेगी। उन्होंने कहा इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश परजिला मुख्यालय में संचालित निजी अल्ट्रासाउंड क्लिनिक जहां रेडियोलॉजिस्ट के द्वारा स्वयं अल्ट्रासाउंड किया जाता है एवं द्वितीय प्राथमिकता में प्रसूति रोग विशेषज्ञ के द्वारा स्वयं अल्ट्रासाउंड का कार्य किया जा रहा है। जिले के 6 अल्ट्रासोनोग्राफी सेंटर को चिन्हित कर स्वीकृति के लिए स्टेट भेजा गया है। बताया कि विभाग से करार के बाद सदर अस्पताल सहित जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीज को आवश्यकता अनुसार प्रत्येक दिन अल्ट्रासाउंड की नि:शुल्क सुविधा मिलेगी। सरकारी अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने आने वाले मरीज को आवश्यकता अनुसार अल्ट्रासाउंड जांच की सलाह देने पर मरीज अस्पताल के बाहर निजी अल्ट्रासोनोग्राफी में नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड करा सकते हैं।सरकारी अस्पताल के पर्ची पर मरीजों को किया जाने वाला अल्ट्रासाउंड का पेमेंट स्वास्थ्य विभाग सरकारी दर पर करेगी। क्या कहते हैं सिविल सर्जन: सिविल सर्जन डॉ.राजकुमार चौधरी ने कहा सदर अस्पताल सहित सभी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा बेहतर बनाने के लिए प्रयास जारी है।सदर अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पदस्थापना का मांग विभाग से किया गया है। विभाग द्वारा रेडियोलॉजिस्ट का पोस्टिंग करने पर आवश्यकता अनुसार सभी मरीजों का अल्ट्रासाउंड सदर अस्पताल में होने लगेगा।
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