सीएचसी में मिलने लगी प्रोत्साहन राशि
किशनगंज में ठाकुरगंज और कोचाधामन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव के 48 घंटे के भीतर माताओं को प्रोत्साहन राशि का भुगतान शुरू हो गया है। अब लाभुकों को अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जननी...
किशनगंज, एक प्रतिनिधि। सदर अस्पताल के बाद अब ठाकुरगंज और कोचाधामन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भी प्रसव बाद 48 घंटे के भीतर प्रसूता को प्रोत्साहन राशि भुगतान होने लगा है। लिहाजा, प्रोत्साहन राशि के लिए अब लाभुक को अस्पताल का चक्कर नहीं लगाना पड़ रहा है। इन अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं का प्रसव के बाद 24 से 48 घंटे के अंदर प्रसूता के बैंक खाता में प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराया जा रहा है। जननी बाल सुरक्षा सुरक्षा योजना (जेबीएसवाई)के तहत प्रोत्साहन राशि प्रसूता के बैंक खाता में डीबीटी डायरेक्ट बेनिफिशियरी ट्रांसफर उपलब्ध कराने का प्रावधान है। पहले इसकी शुरुआत सदर अस्पताल से की गयी। अब यह व्यवस्था जिले के ठाकुरगंज एवं कोचाधामन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी शुरू हुई है। हालांकि अन्य प्रखंडों के सरकारी अस्पतालों में भी जल्द यह व्यवस्था शुरू करने की मांग तेज हो गयी है।सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि जननी बाल सुरक्षा योजना के अंतर्गत पोर्टल के माध्यम से गर्भवती माताओं को प्रसवोपरांत 24 से 48 घंटे के अंदर प्रोत्साहन राशि हस्तांतरित किया जा रहा है। बाकी प्रखंड के सरकारी अस्पतालों में परेशानी बरकरार वहीं जिले पोठिया, बहादुरगंज, दिघलबैंक, टेढ़ागाछ एवं छतरगाछ रेफरल अस्पताल में यह सुविधा चालू नहीं हो सकी है। इन अस्पतालों में प्रसव के बाद प्रोत्साहन राशि के लिए प्रसूता के परिजनों को अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
कागजात को डीबीटी एप पर ऑनलाइन करने का निर्देश
डीपीएम डॉ. मुनाज़िम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में आशा कार्यकर्ता के सहयोग से सीएचओ ,एएनएम को एनसी जांच के दौरान ही लाभुक का कागजात नौ माह अवधि पूर्ण होने तक कलेक्ट कर डीबीटी एप पर ऑनलाइन करने का निर्देश दिया गया है।ताकि गर्भवती महिला लाभुक के किसी भी सरकारी संस्थान में प्रसव के उपरांत जांच के आधार पर तत्काल प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराने में सहूलियत हो।
भर्ती होने पर बैंक डिटेल्स पोर्टल पर किया जाता है अपलोड
सिविल सर्जन डॉ.राजेश कुमार ने बताया कि प्रसव के लिए अस्पताल के लेबर रूम वार्ड में भर्ती होने के साथ गर्भवती महिला के बैंक खाता का विवरण पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। इसके लिए अस्पताल के लेबर वार्ड में तैनात कर्मी को प्रसव के लिए भर्ती होने वाली गर्भवती महिलाओं के परिजन के सहयोग से तत्काल आधार कार्ड एवं बैंक खाता की डिटेल संग्रह कर डीबीटी एप पर ऑनलाइन करते हुए कागजात की जांच के लिए अस्पताल प्रबंधन को उपलब्ध कराया जाता है। प्रबंधन के द्वारा वेरीफाई करने के बाद उनके स्तर से कागजात को ओके किया जाता है जिससे प्रसव के 24 से 48 घंटे के प्रोत्साहन राशि भेज दी जाती है। ससमय राशि ट्रांसफर के लिए गर्भवती महिला का बैंक खाता डीबीटी ट्रांसफर के लिए अपडेट होना जरूरी है।
क्या है जननी बाल सुरक्षा योजना
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम के अंतर्गत आता है।संस्थागत प्रसव उपरांत ग्रामीण क्षेत्र के प्रसूता महिला को 1400 रूपये एवं ग्रामीण क्षेत्र की प्रसूता को एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दिया जाता है।इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना है। तथा प्रसव के बाद प्रोत्साहन राशि से प्रसूता पौष्टिक आहार ग्रहण कर सकें, जिससे जच्चा बच्चा सुपोषण से दोनो की सेहत अच्छी रहे।
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