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कोचाधामन में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं

बिशनपुर, निज संवाददाता। नीतीश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हेतु प्रयासरत है, लेकिन कोचाधामन प्रखंड में एक डिग्री कॉलेज की कमी छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा में बाधा उत्पन्न कर रही है। दूर कॉलेज...

Newswrap हिन्दुस्तान, किशनगंजThu, 28 Nov 2024 01:54 AM
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बिशनपुर, निज संवाददाता। नीतीश सरकार के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हेतु काफी प्रयास व कार्य किए जा रहे हैं । प्रत्येक पंचायत में इंटर तक की पढ़ाई के लिए प्लस टू हाई स्कूल खोले गए हैं। सरकार द्वारा विद्यालयों को हर एक तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है । कोचाधामन प्रखंड में 04 पुराने हाई स्कूल है तथा सरकार के द्वारा सभी पंचायत में छात्र- छात्राओं के लिए प्लस टू इंटर तक की शिक्षा के लिए इंटर हाई स्कूल खोले गए हैं। लेकिन कोचाधामन प्रखंड क्षेत्र में एक अदद डिग्री कॉलेज की स्थापना अबतक नहीं हो सकी है। जिसका छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जिससे छात्र- छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी मशक्कत हो रही है । हिन्दुस्तान अखबार ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए प्रखंडवासियों से बात की लोगों ने भी हिन्दुस्तान अखबार के इस पहल की काफी प्रशंसा की है। आजादी के सात दशक से भी अधिक समय बीत जानें के बाद भी जिले के सबसे बड़े 24 पंचायत वाले प्रखंड कोचाधामन में अब तक एक अदद डिग्री कॉलेज की स्थापना नहीं हो सकी है,जिससे छात्र- छात्रों की उच्च शिक्षा काफी प्रभावित हो रही है। कोचाधामन प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चो को बैचलर की डिग्री स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के लिए अपने घर से कई किलोमीटर दूर बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज व बाहर के कॉलेजो में नामांकन कराना पड़ता है। घर से काफी दूर कॉलेज होने के कारण छात्रों को अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वर्ष 2010 में कोचाधामन नाम से अलग विधानसभा बना था, तब लोगों को यह आशा हुई थी कि अब कोचाधामन में बहुत जल्द एक डिग्री कॉलेज भी खुल जायेगा, लेकिन लोगों की यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी और कोचाधामन प्रखंड को अपना एक डिग्री कॉलेज अब तक नसीब नहीं हो सका है। कोचाधामन प्रखंड में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संबद्धता मान्यता प्राप्त एक किसान नेशनल इंटर कॉलेज ( एसएस) है। जिसकी स्थापना 1989 में हुई,यहां वर्षों से इंटर की पढ़ाई हो रही है। इस कॉलेज के द्वारा ग्रेजुएशन की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर काफी प्रयास किया गया,लेकिन सफलता नहीं मिली है। इस कॉलेज के प्राचार्य व क्षेत्र के शिक्षाविद तौहीद आलम ने बताया कि इंटर तक कि शिक्षा पूरी होने के बाद जब छात्र- छात्राएं स्नातक की पढ़ाई के लिए छात्र- छात्राएं अप्लाई करती है, कई छात्र कॉलेज दूर होने के कारण नामांकन नहीं कराते, कुछ नामांकन कराते हैं, तो कुछ की पढ़ाई कॉलेज दूर होने के कारण अधूरी रह जाती है। इस कॉलेज को 7.5 एकड़ अपनी जमीन भी है, सरकार को यहां से स्नातक की पढ़ाई शुरू करवाने की मांग की।

20 प्रतिशत से अधिक छात्र पूरी नहीं कर पाते आगे की पढ़ाई

भागबैसा निवासी भूगोल विषय के जानकार प्रो. उबेद आलम राही ने बताया कि कोचाधामन प्रखंड में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं होने के कारण 20 प्रतिशत से अधिक छात्र- छात्राएं अपनी आगे की पढ़ाई स्नातक की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं, कॉलेज दूर मिलने से लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी दिक्कत होती है। वही बिशनपुर निवासी आर के साहा महिला कॉलेज किशनगंज में कार्यरत प्रो. अजय आर्य ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चो को घर से दूर कॉलेज करने में काफी दिक्कत होती है, अगर कोचाधामन में एक डिग्री कॉलेज खुलती है, तो काफी सहूलियत होगी। बिशनपुर निवासी बी कॉम के छात्र राजवीर सिंह ने बताया कि कोचाधामन में डिग्री कॉलेज नहीं होने के कारण उन्होंने अपना नामांकन ठाकुरगंज के एक कॉलेज में कराया है, कॉलेज दूर होने के कारण कॉलेज जाने में काफी दिक्कत होती है, सरकार को कोचाधामन प्रखंड में एक डिग्री कॉलेज की स्थापना कराने को लेकर प्रयास करना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्र के छात्र- छात्राओं को अपने स्नातक की डिग्री प्राप्त करने में काफी सहूलियत होगी ।

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