जिले में हीट वेव की रहेगी अगले 14 मई तक स्थिति, पारा 43 डिग्री रहने का अनुमान
खगड़िया में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 14 मई तक हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी। 10 से 12 मई को अधिकतम तापमान 38 डिग्री रहेगा। किसानों को सलाह दी गई है कि...

खगड़िया। निज प्रतिनिधि जिले में पारा 43 डिग्री सेल्सियस तक पहंुच सकती है। हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी। गर्मी का खासा अनुभव रहने वाला है। मौसम वैज्ञानिकों ने आगामी 14 मई तक की जारी पूर्वानुमान में आसामन साफ रहेगा। उत्तर बिहार के जिलों में मौसम शुष्क रहने के साथ ही हॉट डे रहने की संभावना है। इस दौरान हवा में अधिक मात्रा में नमी रहने के कारण गर्मी का खूब एहसास होगा। पूर्वानुमान अवधि में अधिकतम तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। वहीं न्यूनतम तापमान 29 से 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रह सकता है।
अगले 14 मई तक औसतन तीन से दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलने की संभावना है। हालांकि 13 व 14 मई के आसपास पुरबा हवा चल सकती है। जिले में शुक्रवार को रही भीषण गर्मी: जिले में शुक्रवार को भीषण गर्मी रही। हवा चल रही थी। हवा तेज थी पर तेज ध्ूाप के साथ मिलकर देह को जला देने पर आमादा थी। धूप लोगों के शरीर को तपा रही थी। जिले में 38 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज की गई। जबकि महसूस 40 डिग्री सेल्सियस हुई। वहीं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस महसूस हुई। वहीं औसतन 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म पछुआ हवा चल रही थी। हवा से धूल भी उड़ रही थी। भीषण गर्मी से लोगों को हीट की स्थिति हो रही थी। जिले का 40 डिग्री सेल्सियस तापमान किया गया दर्ज: जिले में तापमान खूब चढ़ा रहेगा। पारा चालीस डिग्री दर्ज शुक्रवार को किया गया। जिले में 10 से 12 मई को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेलिसयस दर्ज की जा सकती है। वहीं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहेगी। वहीं 13 मई को अधिकतम तापमान 39 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री रह सकती है। जबकि 14 मई को अधिकतम तापमान 37 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री रहने की संभावना है। आगामी 15 से आगामी 18 मई तक अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। जबकि न्यूनतम तापमान 26 से 27 डिग्री के बीच रह सकती है। किसानों को दी गई जरूरी सलाह: मौसम में गर्मी को देखते हुए कृषि कार्य के लिए किसानों को जरूरी सलाह दी गई है। रबी फसल की कटाई के बाद खाली खेतों की गहरी जुताई की कर खेत को खुला छोड़ने की जरुरत जताई गई है। ताकि सूर्य की तेज किरण मिट्टी के अंदर तक पड़े। वहीं खरीफ मक्का की बुआई के लिए खेत को तैयार करें। जिसमें जैबिक खाद देने की सलाह दी गई है। खरीफ धान की नर्सरी के लिए खत को तैयार करें। अदरक की बुआई 15 मई से शुरू कर सकते हैं। वहीं हल्की की बुआई भी इस अवधि से कर सकते हैं। मंुग व उरद मे कीट व रोग व्याधि की नियमित रूप से निगरानी करें।
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