परबत्ता: एक वर्ष वाद भी सड़क निर्माण नहीं हुआ पूर्ण, परेशानी
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परबत्ता: एक वर्ष वाद भी सड़क निर्माण नहीं हुआ पूर्ण, परेशानी 1. बोले खगड़िया:
परबत्ता: एक वर्ष वाद भी सड़क निर्माण नहीं हुआ पूर्ण, परेशानी
सड़क की जर्ज़रता के कारण लोगो को हो रही परेशानी से रोष
परबत्ता, एक प्रतिनिधि
प्रखंड के सौढ़ उत्तरी पंचायत स्थित दुधैला गांव में योजना शुरू होने के एक वर्ष बाद भी सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। सड़क निर्माण के पूर्ण नहीं होने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुधैला गांव स्थित इस मुहल्ले की मुख्य सड़क जर्जर होने से मोहल्ले का विकास कार्य काफी प्रभावित है। प्राप्त जानकारी अनुसार वर्ष 20 23 -24 सत्र में सांसद निधि की राशि से जी एन बांध से होते हुए अर्जुन रजक के घर तक तकरीबन आठ लाख की राशि से मिट्टी भराई ईंट सोलिंग व पीसीसी सड़क का निर्माण किया जाना है। वर्ष 2024 में निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन संवेदक की उदासीनता के कारण आज तक यह योजना पूर्ण नहीं हो सका है। योजना के पूर्ण नहीं होने के कारण बारिश व रात के अंधेरे में स्थानीय लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थिति यह है कि ग्रामीण सड़क के दोनों किनारे का भूमि नीचे है। कभी-कभी स्थिति यह होती है कि बाइक व साइकिल आदि लेकर लोग सड़क के किनारे दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी की अभी तक नींद नहीं खुल सकी है। सड़क निर्माण को लेकर आधारशिला के लगते ही लोगों को लगा था अब उनके दिन बहुरंगे, लेकिन स्थानीय लोगों के बीच की खुशी निराशा में बदल गई। आज तक सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका। इस सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण होने से जहां एक और स्थानीय लोगों का समुचित विकास होगा। वाहन से लोग जीएन बांध से अपने घर तक पहुंच पाएंगे तथा तैयार फसलों को बेचने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो सड़क की जर्जरता के कारण किसानों द्वारा तैयार फसल को व्यवसायियों के बीच बेचने के दौरान 50 रुपए प्रति क्विंटल अनाज का मूल्य कम में बेचना पाता है। हर तरह किसानों व स्थानीय लोगों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
क्या है योजना :
वर्ष 2023-24 सत्र में बिहार सरकार सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत करीब आठ लाख की राशि से जीएन बांध से अर्जुन रजक तक मिटटी भराई, ईट सोलिंग एवं पीसीसी सड़क का निर्माण किया जाना है। संवेदक द्वारा वर्ष 2024 में निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन वह निर्माण कार्य आज तक पूर्ण नहीं हो सका है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि निर्माण कार्य पूर्ण होना तो दूर इस कार्य को देखना भी संवेदक उचित नहीं समझ रहे हैं।
क्या है लोगों की परेशानी :
सड़क निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने से इस सड़क से बाइक आदि लेकर गुजरने वाले लोगों को कभी भी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। हालांकि कई बार लोग घटना के भी शिकार हो चुके हैं, लेकिन संबंधित अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
बोले अधिकारी :
इस योजना के संबंध में पूरी जानकारी लेकर बहुत जल्द अधूरे कार्य को पूर्ण कराया जाएगा। इसको लेकर आवश्यक पहल की जा रही है।
निशांत मेहता, सहायक कार्यपालक
अभियंता, योजना विभाग।
बोले लोग :
1. सांसद निधि विकास योजना की करीब आठ लाख राशि से इस सड़क में मिट्टी भराई, ईट सोलिंग व पीसीसी सड़क निर्माण किया जाना है। कार्य शुरू भी हुआ, लेकिन बीच में ही कार्य छोड़कर संवेदक फरार हो गया।
ज्योतिष रजक, शिक्षक।
2. इस सड़क की जर्ज़रता के कारण ख़ासकर बारिश के समय स्थानीय लोगो को काफ़ी परेशानी का सामना करना परता है, लेकिन विभाग अधिकारी उदासीन बने हुए हैं।
श्रवण कुमार, युवा, दुधैला गांव।
3. प्रखंड के दुधेला गांव अतिपिछरा बाहुल्य है। इस गांव में किसान व मजदूर वर्ग के लोगो का रहना सहना होता है क सड़क की जर्ज़रता के कारण स्थानीय लोगो को घास, अनाज आदि ले जाने मे काफी परेशानी होती है।
अंबिका पंडित, किसान, दुधैला।
4. सड़क निर्माण के लिए शिलान्यास होते ही स्थानीय लोगों को लगा था कि अब बहुत जल्द सड़क का निर्माण होगा तथा गांव का समुचित विकास होगा। आशा ढाक के तीन पात साबित हुआ।
अर्जुन रजक, ग्रामीण।
5. इस सड़क के नहीं बनने के कारण स्थानीय किसानों को तैयार फसलों को 50 रुपये कम दामों में बेचना पड़ता है। लोगों का आर्थिक क्षति हो रही है।
मनोज पंडित, सामाजिक कार्यकर्ता।
6 इस सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण होने से गांव का समुचित विकास होगा। आने वजाने के दौरान दुर्घटना होने का भय नहीं होगा। लोग निर्भीक होकर सड़क से यात्रा करेंगे।
राजेश पंडित, युवा।
फोटो :-
कैप्शन: परबत्ता: सौढ़ उत्तरी पंचायत के दुधैला गांव में अधूरी जर्ज़र सड़क।
नगर पंचायत की मुख्य सड़क निर्माण में गुणवत्ता का अभाव, नहीं लगी सूचना पट
टूटी पीसीसी सड़क बन रही फिर कही अधिक कही कम चौड़ी रही सड़क
नगर पंचायत की मुख्य सड़क का ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा चल रहा निर्माण
अलौली। एक प्रतिनिधि
ग्रामीण कार्य विभाग नगर पंचायत के मुख्य सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें कितनी गुणवत्ता है यह तो विभाग के पदाधिकारी ही समझ सकते हैं। क्या बनना है, कैसे बनना है संवेदक कौन है? कितनी राशि खर्च हो रही है आदि सवाल अंधेरे में ही है। कार्यस्थल पर सूचना पट लगा होता तो योजना की पारदर्शिता स्पष्ट होती, परन्तु ऐसा कुछ नहीं है। सड़क निर्माण स्थल पर लोगों की मौजूदगी में तरह तरह की चर्चा हो रही है। अपनी भावना व्यक्त करने का तो समय रहा नहीं जैसे तैसे निर्माण पूरा हो जाय यही काफी है। पिछले पांच साल से यह सड़क जहां तहां टूट गई थी। पैदल चलना भी कठिन था। कुछ भाग में देवघट्टा से हथवन सड़क को जोड़ने वाली सड़क निर्माण मे दूरी घट रही थी जिसकी पू्त्तित मे निर्माणाधीन सड़क में निर्माण किया गया। वैसे भाग पर वर्त्तमान में निर्माण नहीं किया जा रहा है। पूर्व से टूटी पीसीसी सड़क को अच्छी तरह तोड़कर वहां पुन: पीसीसी निर्माण होने की चर्चा हो रही है। सड़क निर्माण की चौड़ाई पर भी कोई सवाल उठने लगे है। कुछ घर के आगे पूरी ढ़लाई हो गयी वहीं उसी जगह ढ़लाई छोड़ दी गई। जिस कारण कही चौड़ी अधिक तो कही चौड़ाई घट गई। कहीं सड़क को काफी ढ़ाल बनाया गया तो कही ऐसा गडढ़ा बनाया गया जहां पानी का जमना स्वाभाविक ही है। वालू, पत्थर, सीमेंट की गुणवत्ता जांच हो तो स्पष्ट हो। मानक हिसाव से मोटाई बनती है या नहीं इसको कौन देखे? उक्त संवंध में ग्रामीण कार्य विभाग के जेई बैजू प्रसाद ने बताया कि ढलाई सड़क पर ही पीसीसी करना है। अभी हम बाहर हैं। वही सहायक अभियंता से संपर्क का प्रयास किया जो नहीं हो पाया। इधर लोगों ने कहा मुख्य ग्रामीण सड़क में गुणवत्ता का ध्यान तो होना चाहिए।
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कैप्शन: अलौली: बुधवार को नगर पंचायत में निर्माणधीन सड़क।
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