फाल्गुन शुक्ल दशमी के पावन ब्रह्मबेला में मां गायत्री की हुई प्राण प्रतिष्ठा
हरिपुर में मां गायत्री की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया, जिसमें शांतिकुंज हरिद्वार के ऋषिपुत्र सुनील कुमार ने मुख्य यजमान राजीव कुमार के साथ मंत्रोच्चार किया। वहीं, खरौवा गांव में तीन दिवसीय राम...

अलौली, एक प्रतिनिधि गायत्री प्रज्ञापीठ हरिपुर दलान में रविवार को फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी के पावन अवसर पर मां गायत्री की प्राण प्रतिष्ठा की गई। शांतिकुंज हरिद्वार के ऋषिपुत्र सुनील कुमार के पुरोहितत्व में मुख्य यजमान राजीव कुमार सपत्नीक ने ब्रह्मवेला में वैदिक मंत्रोच्चारपूर्वक मां गायत्री की प्राण प्रतिष्ठा की। शांतिकूज हरिद्वार के वरिष्ठ प्रतिनिधि सुनील कुमार ने कहा कि मां गायत्री प्रज्ञा की अधिष्ठात्री हैं।उनकी प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले हरिपुर के साधकों के प्रति हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मां की कृपा सदा बरसती रही, यही प्रार्थना है। इस मौके पर मूर्तिदाता धर्मेंद्र सिंह, भूमिदाता दीपनारायण सिंह, अनिल कुमार, त्रिभुवन पटेल, चंद्रशेखर सिंह, गुरुदेव कुमार, लक्ष्मी पोद्दार सहित सैकड़ों साधक मौजूद थे।
पसराहा: कलश शोभा यात्रा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
खगड़िया। एक प्रतिनधि
पसराहा थाना के खरौवा गांव में तीन दिवसीय राम ध्वनि यज्ञ का आयोजन किया गया। रविवार को कलश स्थापना के साथ ही यज्ञ का शुभारंभ हो गया।इससे पहले सैकड़ों कुमारी कन्याओं ,महिला,पुरुषों के साथ स्थानीय हजारों श्रद्धालुओं ने कोसी नदी के बिरवास धरना स्थल के पास कलश में कोसी नदी का जल भरकर पैदल ही बसुआ, कोयला, पिपरपांती का भ्रमण करते हुए यज्ञ स्थल पहुंचा।यज्ञ स्थल पर पहुंच कर विधि विधान से कलश को स्थापित किया। कलश यात्रा में तपती धूप के कारण श्रद्धालुओं के लिए ग्रामीणों द्वारा सड़क पर पानी डालकर सड़क को गीला किया गया। रास्ते मे जगह जगह पानी, कोल्डड्रिंक, निम्बू पीनी का व्यवस्था किया गया था जिसकी काफी सराहना हो रही है। यज्ञ स्थल पर पुरोहितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार कर सर्व प्रथम ग्रामीण मंडलियों के राम ध्वनि संकीर्तन शुरू किया गया। यज्ञ शुरू होते ही वातावरण हरे राम,हरे कृष्ण की हृदयस्पर्शी रामधुन संकीर्तन से गुंजायमान हो गया। सदन कुमार ने बताया कि राम ध्वनि यज्ञ लगातार तीन दिनों तक चलेगा।इसके लिए इलाके के गण्य मान प्रबुद्ध जनों को निमंत्रण भी दिया गया।उपस्थित पुरोहितों ने बताया यज्ञ के हवन कुंड में आहुति देने से न सिर्फ आत्म शुद्धि होती है बल्कि तिल, जौ,मधु,धूप,धूम्न आधी जिसे यज्ञ कुंड में आहूत किया जाता है इससे निकले धुएं से वातावरण के कई बीमारी फैलाने वाले जीवाणु भी नष्ट हो जाते हैं।इस अवसर पर अध्यक्ष गणेश सिंह, उपाध्यक्ष जयकृष्ण शर्मा, कोषाध्यक्ष सिकन्द्र सिंह, सचिव जागेश्वर शर्मा, उपसचिव विन्देश्वरी सिंह, मुखिया आलोक कुमार ने बताया कि रामधुन संकीर्तन तीन साल तक इसी समय करने का लक्ष्य है यह दूसरा साल है।
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