खगड़िया जिले में ड्रोन से कीटनाशी व तरल उर्वरक का होगा छिड़काव
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खगड़िया । नगर संवाददाता रबी मौसम में किसानों को अपने खेतों में लगे फसल पर कीटों पर नियंत्रण पाने एवं तरल उर्वरक के छिड़काव करने में हो रही समस्या दूर हो जाएगी। अब किसान ड्रोन के माध्यम से अपने खेतों में फसल पर छिड़काव करवा सकते हैं। इससे किसानों को कम खर्च में बेहतर तरीके से खेतों में लगे फसल पर कीटनाशी अथवा तरल उर्वरकों के छिड़काव करने में सहुलियत मिलेगी। इसके लिए कृषि विभाग के पौधा संरक्षण विभाग ने यह पहल की है। हालांकि विभाग द्वारा बीते खरीफ फसल के मौके पर कीटनाशी का छिड़काव किसानों के खेतों में करवाया गया था जो पूर्णत: सफल रहा था।
फसल पर ड्रोन से छिड़काव के लिए किसानों को मिलेगा अनुदान: रबी मौसम में फसल पर कीटनाशी अथवा तरल उर्वरक के छिड़काव के लिए अनुदान योजना का भी लोग देगी। हालांकि किसानों को ड्रोन के भाड़ा के लिए निर्धारित राशि का भुगतान करना पड़ेगा। बताया जा रहा है किसानों को छिडकाव के निर्धारित शुल्क का पचास प्रतिशत अथवा 240 रूपए प्रति एकड़ की दर से अनुदान का भुगतान किया जाएगा। शेष 50 प्रतिशत की राशि किसानों को छिड़काव के बाद संबंधित एजेंसी को भुगतान करना होगा।
प्रत्येक प्रखंड में एक एक सौ एकड़ छिड़काव का है लक्ष्य: जिले के प्रत्येक प्रखंड में एक एक सौ एकड़ में ड्रोन के माध्यम से कीटनाशी अथवा तरल खादों के छिड़काव का विभाग द्वारा लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक श्वेता कुमारी ने बताया कि विभाग द्वारा गाइडलाइन निर्धारित किया गया है। इसके तहत एक किसान अधिकतम दस एकड़ खेतों में छिड़काव करवा सकते हैं।
छिड़काव के लिए किसानों को करना होगा ऑनलाईन आवेदन: किसानों क ो अपने खेतों में लगे फसलों पर कीटनाशी के छिड़काव के लिए सबसे पहले ऑनलाईन आवेदन करना होगा। ऑनलाईन आवेदन कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर करना होगा। इसमें किसानों को किसान रजिस्ट्रेशन नंबर, आधार कार्ड सहित रैयत अथवा गैर रैयतय किसान होने को घोषणा पत्र भी देना होगा। जिससे ऑनलाईन किए जाने बाद किसानों के खेतों में छिड़काव करने के लिए संबंधित एजेंसी पहुंच सके।
बीएओ को दिया गया पत्र: सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण ने किसानों को जागरूक करने के लिए संबंधित प्रख्ंाडों के प्रख्ंाड कृषि पदाधिकारी को पत्र भेजा है। भेजे पत्र में किसानों को इस योजना की समुचित जानकारी एवं आवेदन करने के बारे में भी बताने की बात कही गई है। जिससे अधिक से अधिक संख्या में किसान आवेदन कर सके और विभाग द्वारा ड्रोन से छिड़काव का लक्ष्य पूरा हो सके।
पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर होगा छिड़काव: किसानों द्वारा ऑनलाईन आवेदन करने के बाद सबसे पहले कृषि समन्व्यक के द्वारा आवेदन का निष्पादन किया जाएगा। अगर आवेदन का निष्पादन दो दिनों के भीतर नहंी किया जाएगा तो आवेदन स्वत: अग्रसारित हो जाएगा। वहीं ऐसे सुस्त कृषि समन्वयक पर कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं पहले आवेदन करने वाले किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी।
ड्रोन से कीटनाशी व तरल उर्वरक के छिड़काव को लेकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। ड्रोन से छिड़काव कराए जाने पर फसल को भी काफी फायदा होता है। इसके लिए किसानों को आवेदन करने की जरूरत है।
श्वेता कुमारी, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण विभाग।
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