जिले में चैती दुर्गा मेला की तैयारी जोरों पर, नवरात्र में दुर्गा शप्तशती पाठ से भक्तिमय हुआ माहौल
ोज चार की लीड:जिले में चैती दुर्गा मेला की तैयारी जोरों पर, नवरात्र में दुर्गा शप्तशती पाठ से भक्तिमय हुआ माहौलजिले में चैती दुर्गा मेला की तैयारी जोर

खगड़िया। हिन्दुस्तान टीम जिले में चैती दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों पर है। शहर के राजेन्द्र चौक पर भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। वही चैती नवरात्र को लेकर गोगरी जमालपुर में भक्तिमय माहौल बना हुआ है। जमालपुर 14 नंबर तरोड स्थित मुश्किपुर में चैती दुर्गा मंदिर में सुबह से ही दुर्गा सप्तशती पाठ के मंत्रोच्चारण से पूरा माहौल भक्तिमय बना हुआ है। चैती दुर्गा मंदिर परिसर में चार दिवसीय मेला का आयोजन किया जाता है। वही संध्या आरती में महिलाओं की भीड़ जुटती है। पंडित आचार्य शुभम सावर्ण ने बताया कि नवरात्र के नौ दिनों में देवी को लगाने वाले विशेष नैवेद्य-प्रथम पूजा को गाय का घी अथवा घी से बने हुए पकवान, 31 मार्च शक्कर और मिश्री ,1 अप्रैल दूध या खीर का भोग लगाया जाएगा । 2 अप्रैल को मालपुआ केला और चीनी का भोग लगाया जाएगा। 3 अप्रैल मधु का भोग लगाया जाएगा। आगामी 4 अप्रैल शुक्रवार को गुरु का भोग लगाया जाएगा 5 अप्रैल नारियल का भोग लगाया जाएगा । 6 अप्रैल खीर पूरी हलवा का भोग लगेगा। जबकि 7 अप्रैल विजयदशमी को चूड़ा दही केला एवं रस पदार्थ का भोग लगाया जाएगा।
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कैप्शन: शहर के राजेन्द्र चौक पर चैती दुर्गा पूजा पर बनाए जा रहे आकर्षक पंडाल।
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बेलदौर: चैती नवरात्र को लेकर कमेटी का किया गया गठन
बेलदौर, एक संवाददाता।
प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर आयोजित चैती नवरात्र को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर के साथ ही आयोजन कमेटी के द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत मूर्ति निर्माण, मंदिर एवं परिसर में साफ सफाई, पंडालों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। वहीं सांस्कृतिक स्थल, मेला का आयोजन को लेकर भी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक चैती नवरात्र को लेकर दिघौन पूर्वी, डुमरी बाजार, कैंजरी मोड़, सोनमा बासा नहर, एवं फुलवड़िया डीह महादेव मंदिर में सार्वजनिक रूप से प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है, जबकि दिघौन एवं डुमरी में दो दिवसीय मेला एवं रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है।
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कैप्शन: बेलदौर: मंगलवार को दिघौन गांव में स्थित दुर्गा स्थान मंदिर के साफ सफाई एवं रंग रोगन करते मजदूर।
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रामनवमी को बारह व्यामशाला दिखाएंगे शस्त्र का करतब
गोगरी, एक संवाददाता
गोगरी नगर परिषद के विभिन्न क्षेत्रों में रामनवमी को लेकर तैयारी शुरू हो गई। हनुमान मंदिरों का रंग रोगन किया जा रहा है। वही गोगरी, जमालपुर आदि बाजारों में पूजन सामग्री की खरीददारी के लिए चहल पहल तेज हो गई है। दर्जा हनुमान पताका सिलाई करने में जुट गए है। प्रशासनिक स्तर से भी रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण मनाने के लिए थाना स्तर पर शांति समिति की बैठक कर लोगो को आवश्यक दिशा दे रहे है। वही असमाजिक लोगो के खिलाफ 107 की कार्रवाई के लिए अनुमंडलीय दंडाधिकारी को प्रस्ताव भेज रहे है। बताया गया कि गोगरी नगर परिषद क्षेत्रो में एक दर्जन व्ययमशाला शोभायात्रा निकाला जाता है। जो रामनवमी के दिन शस्र का प्रदर्शन कर अपना करतब दिखाते है। गोगरी थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि रामनवमी शांतिपूर्ण मनाने के लिए 14 स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस अधिकारी की तैनाती किया गया है। संदिग्ध लोगों पर पुलिस की पैनी निगाहें रहेगी।
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चैती छठ का खरना आज, व्रतियों में भक्ति मय का माहौल
गोगरी,एक संवाददाता
चैती छठ पूजा की शुरुआत मंगलवार को नहाय-खाय के साथ हो गई है। बुधवार को खरना है। चैती छठ को लेकर व्रतियों के बीच भक्तिमय का माहौल बना हुआ है। बताया गया कि चैती छठ पर्व मंगलवार को नहाय- खाय के साथ शुरू हो गया है। जो कि 4 अप्रैल को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संतान की कामना और घर-परिवार के सदस्यों के अच्छे स्वास्थ्य, सुख, खुशहाली की कामना करने वाली महिलाओं के लिए यह व्रत उत्तम माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, छठी मैय्या को भगवान सूर्य की बहन माना जाता है। मान्यता है कि छठ महापर्व में छठी मैय्या व भगवान सूर्य की पूजा करने से छठी मैय्या अत्यंत प्रसन्न होती हैं। इस व्रत के पुण्य के प्रभाव से घर में सुख-शांति व खुशहाली आती है।
चैती छठ प्रमुख तिथिवार कार्यक्रम:
2 अप्रैल, बुधवार खरना
3 अप्रैल,डूबते सूर्य का अर्घ्य
4 अप्रैल को उगते सूर्य का अर्घ्य
चैती छठ पूजा पर अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त:
सूर्यास्त का समय (संध्या अर्घ्य): 3 अप्रैल, 05:30 बजे।
सूर्योदय का समय (उषा अर्घ्य) 4 अप्रैल, 06:40 बजे।
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