सीआईआरपी प्रयोग करने वाला देश का पहला जोन बना एनएफआर
सीआईआरपी प्रयोग करने वाला देश का पहला जोन बना एनएफआर सीआईआरपी प्रयोग करने वाला देश का पहला जोन बना एनएफआर सीआईआरपी प्रयोग करने वाला देश का पहला जोन बन
कटिहार, एक संवाददाता सीआईआरपी यानि सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेनटिटी रजिस्टर ऐप का प्रयोग करने वाला पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे पूरे देश में पहला जोन बन गया है। एनएफआर के पैटर्न पर देश के अन्य जोनल क्षेत्र में भी इस ऐप का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है। यह जानकारी देते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि पूर्वोत्तर सीमा रेलवे की आरपीएफ के लिए ट्रेनों एवं रेल परिसरों से चोरी तथा खोए हुए मोबाइल फोनों का पता लगाना अब आसान हो गया है। यात्री द्वारा रेल मदद ऐप में अपने खोए व चोरी हुए मोबाइल फोन की रिपोर्ट किये जाने पर दूरसंचार विभाग के सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेनटिटी रजिस्टर पोर्टल की मदद से पूसी रेलवे की साइबर अपराध शाखा को मोबाइल का पता लगाने में सुविधा मिलती है। फिलहाल, यह पोर्टल असम के दूरसंचार सेवा नेटवर्क में ऐसे खोए हुए उपकरणों का पता लगाने में कर रहा है। सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने सीआईडी टीम, असम पुलिस और दूरसंचार विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर पूसी रेलवे के लिए सीईआईआर तक पहुंच योजना तैयार की है। उन्होंने बताया कि एनएफआर के पीसीएससी कार्यालय के प्रतिनिधि ने नई दिल्ली में संचार मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों के साथ भी समन्वय किया। सीपीआरओ ने बताया कि मई माह से आरपीएफ ने सीईआईआर पोर्टल में खोए व चोरी हुए मोबाइलों का विवरण अपलोड कर कार्रवाई शुरू की है।
21 नवंबर तक 687 मोबाइलों को किया ब्लॉक
सीपीआरओ ने बताया कि आरपीएफ द्वारा सीईआईआर पोर्टल के माध्यम से 21 नवंबर तक खोए व चोरी हुए 687 मोबाइलों को ब्लॉक किया गया है। अब तक खोए व चोरी हुए 277 मोबाइल सक्रिय किए जा चुके है और सीईआईआर पर ट्रेसेबिलिटी रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। उन्होंने बताया कि आरपीएफ द्वारा 12 अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ 277 में से 49 मोबाइल सफलतापूर्वक बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आरपीएफ इस सीईआईआर सुविधा तक पहुंच पाने वाला भारतीय रेल का पहला जोनल रेलवे है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के आरपीएफ अपने क्षेत्राधिकार के अधीन सभी राज्यों में सीईआईआर सुविधा का उपयोग करने की भी योजना बना रही है। सीपीआरओ ने बताया कि ट्रेन के डिब्बों और रेल परिसरों से बड़े पैमाने पर मोबाइल फोन चोरी की बढ़ती घटनाएं एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है, जिससे आरपीएफ के संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है। इसे दूर करने के लिए सीईआईआर पोर्टल की पहुंच इस प्रकार के खतरे से निपटने में प्रमुख भूमिका निभाएगी।
फोटो कैप्शन। कटिहार- 10 खोए हुए मोबाइल को वापस करते आरपीएफ
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