एनएफआर के 39 ट्रेनों में सामान्य श्रेणी के अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे
कटिहार, एक संवाददाता भारतीय रेल साधारण श्रेणी के यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा
कटिहार, एक संवाददाता भारतीय रेल साधारण श्रेणी के यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठा रही है। बेहतर सेवाएं प्रदान करने और बढ़ती यात्री मांगों को समायोजित करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, भारतीय रेल ने नवंबर तक लगभग 370 नियमित ट्रेनों में 1,000 से अधिक नए जीएस (जनरल सीटिंग) कोच जोड़ने की योजना बनाई है। यह पहल प्रतिदिन लगभग 1 लाख अतिरिक्त यात्रियों को जीएस कोचों में यात्रा करने में सक्षम बनाती है, जो रेलवे के समावेशिता और सुविधा पर ध्यान केंद्रित करने का प्रदर्शन करती है। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि पूसी रेलवे भी इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जो भारतीय रेल की सफलता में योगदान दे रहा है। हाल ही में, पू. सी. रेलवे ने 36 ट्रेनों/69 रेकों में 276 जीएस कोचों की बढ़ोतरी की है, जो अपने जोन और इसके बाहरी यात्रियों को अधिक सुविधा और पहुंच प्रदान करते हैं। इसके अलावा, पू. सी. रेलवे ने दिसंबर के अंत तक तीन अतिरिक्त ट्रेनों में 16 और जीएस कोचों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है। ये प्रयास यात्री सेवाओं में सुधार लाने और ट्रेन यात्रा को समाज के सभी वर्गों के लिए अधिक आरामदायक बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि रेल यात्रा में बढ़ती सार्वजनिक रुचि को स्वीकार करते हुए, आईआर अपनी ट्रेनों में जीएस कोचों की संख्या बढ़ाकर अपने बेड़े का विस्तार करने संबंधी प्रयासों को तेज कर रहा है। सिर्फ जुलाई से अक्टूबर तक, लगभग 370 ट्रेनों में 600 जीएस कोच जोड़े गए, जिनकी कुल संख्या नवंबर तक 1,000 तक पहुंचेगी। इसके अलावा, अगले दो वर्षों में 6,000 से अधिक जीएस कोच और अतिरिक्त स्लीपर-क्लास कोच सहित 10,000 से अधिक गैर-वातानुकूलित कोचों को शामिल करने की योजना है।
8 लाख अतिरिक्त यात्री कर सकेंगे यात्रा
सीपीआरओ ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी विस्तार से प्रतिदिन लगभग 8 लाख अतिरिक्त यात्री रेल यात्रा करने में सक्षम होंगे, जिससे सामान्य श्रेणी के यात्रियों की पहुंच में काफी वृद्धि होगी। ये नवनिर्मित कोच अत्याधुनिक एलएचबी (लिंके हॉफमैन बुश) डिजाइन के हैं, जो अधिक आराम, गति और सुरक्षा प्रदान करते हैं। एलएचबी कोच न केवल हल्के और मजबूत होते हैं, बल्कि हादसे की स्थिति में नुकसान भी कम से कम होगा, जिससे पारंपरिक आईसीएफ कोचों की तुलना में एलएचबी में बेहतर यात्री सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
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