एसटी समुदाय को मुर्गी पालन के ज़रिए आत्मनिर्भर बनाने की योजना
एसटी समुदाय को मुर्गी पालन के ज़रिए आत्मनिर्भर बनाने की योजना एसटी समुदाय को मुर्गी पालन के ज़रिए आत्मनिर्भर बनाने की योजनाएसटी समुदाय को मुर्गी पालन

अमदाबाद, संवाद सूत्र प्रखंड क्षेत्र में बिहार ग्रामीण आजीविका मिशन जीविका के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति एसटी, समुदाय के लोगों को स्वरोज़गार से जोड़ने के लिए मुर्गी पालन योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को मुर्गी के चूजे दिए जा रहे हैं। जीविका बीपीएम इंद्रजीत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय में अमदाबाद प्रखंड के गोविंदपुर के पास रहने वाले जीविका के सदस्य के ही वेंडर नूर मोहम्मद को 28 दिनों तक 2500 मुर्गी के चूजे को पालन के लिए दिया गया है। जिसे पालन के एवज में वेंडर को जीवित प्रति चूजे 7 रुपए दर से भुगतान किया जाएगा। तय अवधि में चूजों की उचित देखभाल की जाएगी। एसटी समुदाय के चिन्हित सदस्यों के बीच वितरित किया जाएगा। मुर्गी के चूजों को तीन चरणों में पोषणयुक्त आहार दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 दिन पूरे होने के बाद जितने भी चूजे सुरक्षित और बड़े होंगे, उन्हें एसटी समुदाय के अन्य लाभार्थियों को 10 रूपया प्रति चूजा की दर से उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही जो लाभार्थी मुर्गी पालन हेतु पिंजरा शेड बनाए होंगे। उन्हें सरकार की ओर से एक हजार की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी।
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