महिला ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या
महिला ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या महिला ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या महिला ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या महिला ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या

महिला ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या महिला ने फाँसी लगाकर की आत्महत्या
अलीगंज, निज संवाददाता
चंद्रदीप थाना क्षेत्र के धनार गांव में महिला ने घरेलू विवाद ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका धनार गांव के सी आर पी एफ जवान प्रिंस कुमार की 22 वर्षीय पत्नी तन्नू कुमारीं है। दो वर्ष पूर्व ही तन्नू कुमारीं की प्रिंस से शादी हुई थी। घटना की सूचना मिलते ही चंद्रदीप सहायक थानाध्यक्ष संजय सिंह दल बल के घटनास्थल पर पहुचकर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु जमुई भेज दिया। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि एक दिन पूर्व ही पति नौकरीं से छुट्टी लेकर पहले रांची आया और फिर अपनी पत्नी को रांची से लेकर अपने गांव आया था। ग्रामीणों ने बताया कि मृतिका अपने ससुर मालो सिंह के साथ ही रांची में रहती है। वहीं बताया जाता है कि रांची से आने का मुख्य कारण यह था कि प्रिंस अपने फुफेरी बहन की शादी के निमंत्रण में सभी परिवार को सोनो स्थित चुढ़ैत गाँव जाना था। मृतक तन्नू वहां जाने से इंकार कर रही थी, जबकि सास द्वारा जाने के लिए कहा जा रहा था, इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच में विवाद हो गया और वह गांव में मौजूद अपने घर के छत के ऊपर मौजूद कमरे में चली गई और वही फाँसी लगा ली। मृतक का ननिहाल नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के बक्सनडा गांव है। मृतिका के चाचा शम्भू सिंह द्वारा बताया गया कि उसे ससुराल पक्ष के लोगो द्वारा प्रताड़ित किया जाता था। जिससे उसकी हत्या कर दी गई है। चंद्रदीप थानाध्यक्ष राजेन्द्र साह ने बताया कि मृतका के परिजनों द्वारा अभी आवेदन नहीं दिया गया है, अभी सभी लोग दांह संस्कार में लगे है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है।
एलईडी प्रचार वाहन रथ घूम रहा जिले में
सहकारिता विभाग की दिया जा रहा सारी जानकारियां
आम लोगों के द्वारा इस कार्यक्रम को खूब सराहा जा रहा है
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परिचय - प्रचार वाहन के समीप मौजूद लोग
जमुई, हिंदुस्तान संवाददाता
बिहार राज्य अंतर्गत किसान सहकारी चौपाल के तहत एलईडी प्रचार वाहन रथ विभाग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिलान्तगत प्रखंड बरहट से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 28 फरवरी को प्रारंभ हुई। चकाई, गिद्धौर , अलीगंज प्रखंड के बाद आज बुधवार को पांचवा दिन जमुई प्रखंड मुख्यालय के काकन पैक्स तथा लखनपुर पैक्स में वाहन भ्रमण किया । प्रचार रथ द्वारा सहकारिता विभाग में संचालित सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी किसानों को दी गई । केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 20-25 को सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। प्रचार रथ के समक्ष प्रखंड जमुई में पदस्थापित सहकारिता प्रखंड पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार तथा पंकज कुमार के साथ-साथ दर्जनों किसान उपस्थित थे। राज्य सरकार सहकारी चौपाल के एलईडी से मुख्यमंत्री हरित कृषि से संयंत्र योजना का मुख्य उद्देश्य जमुई के पैक्सों में कृषि उपकरण बैंक स्थापित करना है जिसके माध्यम से लघु एवं सीमांत कृषिकों की आधुनिक कृषि उपकरणों तक पहुंच सुनिश्चित हो सके तथा राज्य की कृषि में मात्रात्मक एवं गुणात्मक हस्तक्षेत्प संभव हो। आधारभूत संरचना गोदाम राइस मिल निर्माण जमुई में भंडारण क्षमता की कमी को देखते हुए इसे प्राथमिकता के रूप में शामिल किया गया है। प्राथमिक कृषि सख्त सहयोग समिति पैक्स और व्यापार मंडल के अंतर्गत 200, 500, 1000 एमटी की क्षमता का भंडार गृह का निर्माण एवं एक एमटी, 2 एमटी प्रति घंटा क्षमता के राइस मिल का निर्माण करने की योजना है।
पैक्सों में पेट्रोल डीजल आउटलेट की स्थापना बिहार में पेट्रोल डीजल आउटलेट की स्थापना हेतु आवेदन दिया गया है। इसमें से पांच पैक्स भागलपुर एवं पश्चिमी चंपारण को भारत सरकार द्वारा भर्ती मिल चुका है।
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की स्थापना के सहयोग से पैक्सों में जन औषधि केंद्र खोले जाने का निर्णय लिया गया है इसके तहत सस्ती जेनेरिक दावों की उपलब्धता सामान्य एवं ग्रामीण क्षेत्रों तक आसानी से हो जाएगी।
पैक्सों में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापना :
ई सेवाओं की बेहतर पहुंच के लिए पैक्सों में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापना की जा रही है। इस योजना के तहत पैक्सों ग्रामीण नागरिक को बैंकिंग बीमा आधार नामांकन स्वास्थ्य सेवाएं पैन कार्ड आए आरटीसी रेल , बस, हवाई टिकट बुकिंग आरटीसी एस पर उपलब्ध सेवाओं जैसी 300 से अधिक सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
पैक्स कंप्यूटराइजेशन कंप्यूटर करण योजना का मुख्य उद्देश्य पंचायत स्तर पर गठित पैक्सों के कार्यों को सुगम एवं पारदर्शी बनाने के साथ-साथ उनकी दक्षता एवं लाभ प्रदत्ता में वृद्धि करते हुए भविष्य में उन्हें मल्टी सर्विस सेंटर के रूप में विकसित करना है।
राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड अल्पकालीन सहकारी कृषि साख की त्रिस्तरीय संरचनात्मक बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड शीर्ष सहकारी संस्था है जो राज्य स्तर पर सहकारी कृषि साख संरचना का नेतृत्व प्रदान कर रहा है। यह बैंक नवाड से सुविधा प्राप्त कर तथा अपने संसाधनों से जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के माध्यम से पैक्स के कृषक सदस्यों को अल्पकालिक कृषि साख उपलब्ध कराने में अग्नि भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
बिहार राज्य फसल सहायता योजना :
राज्य सरकार द्वारा खरीफ 2018 मौसम से बिहार राज्य फसल सहायता योजना लागू की गई है। बिहार राज्य फसल सहायता योजना का मूल उद्देश्य फसलों के उत्पादन में हर्ष की स्थिति में किसानों को वित्तीय सहायता उपलब्ध करते हुए उन्हें अगली फसल के उत्पादन हेतु प्रोत्साहित करना प्रतिकूल परिस्थितियों में किसानों की आय में निरंतरता बनाए रखने तथा किसानों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करते हुए राज्य में कृषि को लाभप्रद व्यवसाय के रूप में विकसित करना है। इस योजना का लाभ अन्य योजनाओं यथा किसी इनपुट अनुदान योजना एवं डीजल अनुदान योजना के लाभार्थियों को भी प्राप्त होगा योजना के तहत आवेदन करने हेतु किसानो को किसी प्रकार का स्वर्ग प्रीमियम का भुगतान नहीं करना है ।
योजना की प्रमुख विशेषताएं :
रैयत किसान ऐसे सभी किसान जो अपनी रैयती भूमि पर खेती स्वयं करते हो
गैर रैयत किसान ऐसे सभी किसानों की भूमि पर खेती करते हो और तीसरा आंशिक रूप से रैयत एवं दोनों श्रेणी का किसान
समिति की सदस्यता का नियम :
सहकारिता विभाग अंतर्गत प्राथमिक कृषि साख सहयोग समितियां के कार्य क्षेत्र में निवास करने वाले कोई भी इच्छुक एवं योग्य व्यक्ति ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पैक्स कार्यालय में प्रपत्र भी में आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पर 15 दिनों के भीतर पैक्स अध्यक्ष द्वारा स्वीकृति और स्वीकृत करने का प्रावधान है। आवेदन स्वीकृत के उपरांत आवेदक द्वारा 1 रुपए संस्था शुल्क तथा 10 रुपए का शेयर की राशि पैक्स अथवा संबंधित सहकारी बैंक में जमा किया जाएगा । अस्वीकृत होने की स्थिति में आवेदक द्वारा सहायक निबंधक सहयोग समितियां बिहार पटना के पास 60 दिनों के भीतर अपील किया जा सकता है पैक्स में सदस्य बने हेतु आवश्यक आवेदन
जिनकी आयु 18 वर्ष पूरी हो चुकी हो किसी दूसरे पैक्स का सदस्य नहीं है संबंधित पैक्स के कार्यक्षेत्र में निवास करते हो। पागल एवं दिवालिया नहीं हो। अपराधी प्रवृत्ति का नहीं हो। सरकारी चौपाल के साथ एलईडी के माध्यम से प्रचार वाहन सहकारिता विभाग के योजनाओं को विस्तार से चर्चा कर रहा था। पंचायत के लोगों ने खूब सराहा।
आई-सक्षम ने मनाया अपना 10वां फाउंडेशन डे, पदयात्रा निकालकर लोगों को किया जागरूक
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परिचय - मौके पर मौजूद लोग व पदयात्रा में शामिल छात्र छात्राएं
जमुई, नगर संवाददाता
आई-सक्षम ने अपनी सफलता की 10वीं वर्षगांठ बुधवार को धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर क्लस्टर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें समुदाय के सदस्यों, युवा शिक्षकों और महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मौके पर जानकारी देते हुए ज्योति ने बताया कि शिक्षा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्यरत संस्था आई-सक्षम अपनी 10वीं वर्षगांठ मना रही है। इस अवसर पर एक मार्च से 24 मार्च तक एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें गांव-गांव जाकर कई कार्यक्त्रम आयोजित कर अपनी आवाज उठाने और स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने के अधिकार के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा। इसी क्त्रम में बुधवार को गरसंडा पंचायत से तरीदाबिल, खैरा प्रखंड कार्यालय से केनडीह और बरहट प्रखंड कार्यालय से नुमबर गांव तक पदयात्रा किया गया, जिसमें एक सौ से अधिक लोगों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में स्थानीय विद्यालयों के शिक्षक, छात्र- छात्राएं और समुदाय के अन्य सदस्य भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य "वॉइस एंड चॉइस" यानी अपनी आवाज उठाने और स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने के अधिकार के बारे में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया कि आई-सक्षम जो पिछले 10 वर्षों से शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में कार्यरत है। इस अभियान के माध्यम से समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस मौके पर शिल्पा, सोनम, मेन्टर अमन प्रताप सिंह समेत दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद थी।
होलिका दहन पर भद्रा का साया, 14 मार्च को रंगोत्सव
झाझा, निज प्रतिनिधि
इस साल होलिका दहन पर भद्रा का साया रहेगा, जिससे सही समय पर दहन करना महत्वपूर्ण होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, 13 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा और 14 मार्च को रंगों का त्योहार होली मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भद्रा काल में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है, क्योंकि इस समय किए गए कार्यों का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना आवश्यक है। होलिका दहन के मुहूर्त के बारे में चर्चा करते हुए आचार्य बम शंकर पांडेय ने बताया कि इस बार होलिका दहन का शुभ मुहूर्त एक घंटा चार मिनट है। उन्होंने बताया कि 13 मार्च की रात्रि 10:02 बजे से पूर्णिमा की तिथि प्रारंभ होगा। जबकि भद्रा की समाप्ति 10:44 बजे होगी। इस हिसाब से होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात्रि के 10:44 बजे के बाद होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 13 मार्च को शाम को भद्रा की छाया होने के कारण होलिका दहन के शुभ मुहूर्त का विशेष ध्यान रखना होगा। शास्त्रत्तें के अनुसार, भद्रा काल में किए गए कार्य शुभ फल नहीं देते और इससे अशुभ परिणाम हो सकते हैं। यही कारण है कि इस समय विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य नहीं किए जाते। विशेष रूप से होलिका दहन को भद्रा में करने से अनिष्टकारी प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए इसे टालना ही बेहतर माना जाता है।
होलिका दहन को लेकर धार्मिक महत्व और मान्यता :
होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। पौराणिक कथा के अनुसार, भक्त प्रसाद को मारने के लिए उसकी बुआ होलिका ने उसे आग में बैठाने का प्रयास किया था, लेकिन विष्णु जी की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका जलकर भस्म हो गई। तभी से यह पर्व हर साल मनाया जाता है। होलिका दहन से पहले परिवार के बड़े-बुजुर्गों से सही मुहूर्त की जानकारी लें। लकड़ियों और उपलों के साथ होली सजाएं और परंपरागत रूप से पूजा करें। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए हानिकारक सामग्री जैसे डीजल, मोबिल, अलकतरा, पटाखा आदि ज्वलनशील पदार्थ को जलाने से बच९ं।
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