रेल ट्रैक कटिंग मामले में हफ्ते भर बाद भी आरपीएफ व पुलिस के हाथ खाली
झाझा में रेलवे ट्रैक काटने की अभूतपूर्व घटना के बाद भी पुलिस और स्थानीय एजेंसियां खाली हाथ हैं। आरपीएफ निरीक्षक ने बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटना के पीछे बदमाशों के मकसद का भी पता...
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झाझा । निज संवाददाता रेलवे ट्रैक को काटे जाने की अभूतपूर्व घटना के मामले के उद्भेदन में लगी पुलिस की स्थानीय एजेंसियों के हाथ घटना के हफ्ते भर बाद भी पूरी तरह खाली नजर आ रहे हैं। आरपीएफ की निरीक्षक प्रभारी अनिता कुमारी ने पूछे जाने पर गुरुवार को भी इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं होने के तथ्य की तस्दीक की। घटना को ले रेलवे पाथ वे के एसएसई एस.के.सिंह के आवेदन के आधार पर झाझा आरपीएफ पोस्ट पर कांड (सं.56/25,दि.14.02.25) के अलावा कांड सं.73/25 दि.15.02.25 के तहत झाझा थाना में भी मामला दर्ज हुआ था। किंतु,मामले में सफलता के नाम पर उक्त दोनों ही पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली मिल रहे हैं। बताया जाता है कि इस संबंध में आरपीएफ में दर्ज मामले के आईओ मुकेश कुमार आरोपितों की शिनाख्त को ले घटनास्थल एवं उसके पड़ोसवर्ती घोरिकवा,रानीकुरा,फतेहपुर आदि गांवों की नियमित तौर पर परिक्रमा लगा रहे हैं। किंतु,अफसोसजनक यह कि बावजूद इसके,आरोपितों की गिरफ्तारी या शिनाख्त तो दूर,जानकारीनुसार पुलिस को अब तक इस संबंध में कोई सुराग तक भी हासिल या हाथ नहीं लग पाया बताया जाता है। तकरीबन यही हाल झाझा थाना की पुलिस का भी बताया जाता है। वैसे झाझा पुलिस की व्यस्तता व प्राथमिकता फिलहाल बलियाडीह मामले को लेकर नजर आ रही है। बताया जाता है कि झाझा पुलिस इस बात को लेकर भी उलझन में है कि ट्रैक कटिंग की हरकत के जरिए आखिर बदमाशों का कौन सा मकसद पूरा होता! ध्यान रहे कि बीते 13 फरवरी की देर रात मेनलाइन के हावड़ा-पटना रेलखंड पर झाझा-किऊल सेक्शन के झाझा थानांतर्गत पड़ने वाले रानीकुरा गांव के करीब स्थित अप रेल किमी सं.371/19-21 पर बदमाशों द्वारा रेलवे ट्रैक को काटे जाने की एक अभूतपूर्व घटना सामने आई थी। दुस्साहस की हद पार कर ट्रेनों व उन पर सवार मुसाफिरों के लिए खतरे का सबब बन सकने वाली उक्त नापाक करतूत के पीछे बदमाशों की क्या मंशा,क्या मंसूबे थे,इसका भी खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। कई प्रबुद्ध लोगों का कहना था कि कांड के उद्भेदन एवं कांड में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ-साथ पुलिस के लिए बदमाशों की मंशा,मंसूबे का राजफाश किया जाना भी उतना ही जरूरी है।
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